राजेंद्र ठाकुर
रायपुर। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता के के पीपरी को सेवावृद्धि देने की तैयारी चल रही है। श्री पीपरी 31 जनवरी को रिटायर होने वाले हैं। पीपरी लोक निर्माण मंत्री अरुण साव और लोक निर्माण सचिव डॉ कमलप्रीत के गुड़ बुक में बताए जाते हैं। श्री पीपरी को भूपेश बघेल के राज में लोक निर्माण विभाग का प्रमुख अभियंता बनाया गया है।
लोक निर्माण विभाग में श्री पीपरी के अलावा विजय भतपहरी प्रमुख अभियंता स्तर के अधिकारी हैं। श्री भतपहरी पिछली कांग्रेस सरकार में लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता रह चुके हैं। भूपेश बघेल की सरकार ने उन्हें प्रमुख अभियंता के पद से हटाकर मंत्रालय में ओएसडी बना दिया। वैसे श्री भतपहरी कांग्रेस राज में काफी दिन चले। आखिरी दिनों में सरकार उनसे नाराज हो गई और ईएनसी के पद से हटा दिया। माना जा रहा है कि भाजपा की सरकार श्री भतपहरी को नए प्रमुख अभियंता बनाने की जगह श्री पीपरी को सेवावृद्धि देने के पक्ष में है। पहले किसी जूनियर को प्रभारी ईएनसी बनाने की चर्चा थी , लेकिन मामला फिट नहीं बैठा।
वैसे इन दिनों लोक निर्माण विभाग सुर्ख़ियों में है। बीजापुर में खबर दिखाए जाने के बाद एक पीडब्ल्यूडी ठेकेदार द्वारा एक पत्रकार की बेरहमी से हत्या के बाद लोक निर्माण विभाग कटघरे में है। सड़क की लागत बढ़ने और निर्माण कार्य पूरा न होने के बाद ठेकेदार को काफी राशि का भुगतान कर देने के चलते लोक निर्माण विभाग के अधिकारी संदेह के दायरे में आ गए हैं। इसके बाद राजधानी के मोवा ब्रिज की रिपेयरिंग का मामला भी लोक निर्माण विभाग को विवादों में ला दिया। मोवा ब्रिज का डामरीकरण कुछ घंटों में ही उखड़ जाने से लोक निर्माण विभाग के कामकाज पर सवाल उठाए जाने लगे हैं। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग में अधीक्षण अभियंता से मुख्य अभियंता के पद पर पदोन्नति का मामला भी चर्चा में है। पदोन्नति से वंचित कुछ अधिकारी बिलासपुर हाईकोर्ट गए हैं। बताते हैं हाईकोर्ट ने मामले को गंभीरता से लिया है।