बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव का आगाज हो गया है। भाजपा-कांग्रेस सभी राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं। अब नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इस बीच, बिलासपुर से रोचक मामला सामने आया है। यहां एक पार्षद चुनाव से पहले ही जीत गए है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों का नामांकन निरस्त हो गया, जिससे वार्ड 13 पंडित दीनदयाल मंगला नगर से भाजपा पार्षद प्रत्याशी रमेश पटेल निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं।
निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस और आप प्रत्याशियों के नामांकन में आवश्यक नियमों का पालन नहीं किया गया था, जिसके चलते उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस तरह, वार्ड 13 से केवल भाजपा प्रत्याशी ही मैदान में रह गए और उन्हें निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया। इस जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है, वहीं विपक्षी दलों ने नामांकन निरस्त होने पर सवाल उठाए हैं।
इसके साथ ही सियासत भी शुरू हो गई है। बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन्होंने कमल को सींच कर बड़ा किया। ऐसे पंडित दीनदयाल उपाध्याय वार्ड क्रमांक 13 में भाजपा के पार्षद प्रत्याशी की निविरोध जीत हुई है। ये परिणाम भाजपा के लिए अद्वितीय विषय है। इससे महत्वपूर्ण विषय है कि चुनाव लड़ाने की होड़ में कांग्रेस और आप पार्टी इतने मशगूल हो गए कि कांग्रेस और आप पार्टी को चुनाव लड़ाने के लिए सर्वाधिक वार्डो में कार्यकर्ता नहीं मिल रहे है।