भिलाई। आनलाइन सट्टा एप महादेव बुक के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ अब न्यायालय ने भी स्थायी वारंट जारी कर दिया है। इसका मतलब ये है कि दोनों आरोपित का जब भी कोई पुख्ता सुराग मिलता है, तब उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा ही जाएगा। स्थायी वारंट जारी होने के बाद ये दोनों आरोपित अब पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड हो गए हैं। इधर रायपुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश के बाद सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के घर के कुर्की का आदेश चस्पा कर दिया है। बता दें कि इसके पहले दुर्ग रेंज के आइजी राम गोपाल गर्ग और एसपी जितेंद्र शुक्ला ने आरोपित सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल पर इनाम घोषित किया है। आइजी ने 25 हजार और एसपी 10 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है। दोनों अधिकारियों द्वारा इनाम घोषित किए जाने के बाद अब न्यायालय ने भी दोनों आरोपितों के खिलाफ स्थायी वारंट जारी कर दिया है।
इसके बाद अब पुलिस ने इनकी पतासाजी के लिए अपनी कार्रवाई शुरू की है। आम चर्चाओं में दोनों आरोपितों के दुबई में होने की जानकारी मिली है, लेकिन इनके बारे में अधिकृत रूप से कोई भी जानकारी पुलिस के पास नहीं है। लिहाजा अब पुलिस अधिकारियों ने इन आरोपितों के बारे में पुख्ता जानकारी देने वालों को पुरस्कृत करने की घोषणा की है। यहां उल्लेखनीय है कि महादेव बुक से आनलाइन सट्टा खिलाने के मामले में ईडी पहले ही इन आरोपितों की तलाश कर रही है। आरोपितों पर सट्टा के रुपयों को हवाला के माध्यम से मनी लांड्रिंग करने का आरोप है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है। महादेव बुक प्रमोटर रवि उप्पल के बारे में कुछ दिन पहले एक खबर उड़ी थी कि उसे दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है और जल्द ही उसे भारत लाया जाएगा, लेकिन समय के साथ-साथ इस खबर पर अफवाह होने की परत जमती गई। रवि उप्पल की तरह ही सौरभ चंद्राकर के बारे में भी अफवाह उड़ी थी कि उसे श्रीलंका में गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन वह भी महज एक अफवाह ही साबित हुआ।