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ये हैं 3 बड़े कारण…लोकसभा चुनाव क्यों नहीं लड़ रही सोनिया गांधी?

नई दिलली: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और 6 बार की लोकसभा सांसद सोनिया गांधी  का इस बार उच्च सदन में जाना तय हो गया है, वह राजस्थान से राज्यसभा की दावेदारी  कर सकती हैं. सोनिया गांधी के लोकसभा चुनाव  न लड़ने से जो रायबरेली की सीट खाली होगी उससे प्रियंका वाड्रा  को चुनाव लड़ाने की चर्चा चल रही है. सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव क्यों नहीं लड़ेंगी ये अहम सवाल है, इसके एक नहीं कई कारण बताए जा रहे हैं.

बतौर कांग्रेस अध्यक्ष 1999 में अमेठी से लोकसभा चुनाव जीतकर संसदीय राजनीति की शुरुआत करने वाली सोनिया गांधी 2004 से अब तक लगातार रायबरेली से सांसद हैं, हालांकि अबकी बार उनको राज्यसभा से भेजे जाने पर गांधी परिवार में सहमति बन रही है. सोनिया गांधी के हिमाचल या राजस्थान से नामांकन दाखिल करने की तैयारी है. राजस्थान से उम्मीदवारी करने की उम्मीद इसलिए ज्यादा है, क्योंकि राजस्थान कांग्रेस कमेटी की ओर से खुद इस बात की सिफारिश की गई.

1- सोनिया गांधी के लोकसभा चुनाव न लड़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह है उनकी उम्र और अस्वस्थता. वह रायबरेली नहीं जा पा रही हैं. हाल ही में उन्होंने रायबरेली के कार्यकर्ताओं को संदेश भेजा था कि न तो वह संसदीय क्षेत्र में जा पा रही हैं और न ही वहां के लेागों से मिल पा रही हैं. इसलिए उनका जमीर गंवारा नहीं कर रहा कि वह फिर यहां से लोकसभा चुनाव लड़ें.

2- दूसरा कारण राहुल गांधी की चाहत है, दरअसल राहुल गांधी नहीं चाहते कि वो खुद, सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी यानी परिवार के तीनों सदस्य लोकसभा चुनाव लड़ें. राहुल गांधी का मानना है कि इससे जनता के बीच अच्छा संदेश नहीं जाएगा.

3- लोकसभा की बजाय राज्यसभा सदस्य बने रहने पर वरिष्ठता के लिहाज से 10 जनपथ का बंगला उनके नाम आवंटित रहेगा, इसलिए गांधी परिवार चाहता है कि यदि सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ती हैं तो उन्हें राज्यसभा भेज दिया जाए.

गांधी परिवार में इसे लेकर लगातार मंथन चल रहा है. राजस्थान कांग्रेस कमेटी की ओर से सोनिया गांधी को राजस्थान से राज्यसभा भेजे जाने के प्रस्ताव पर भी पार्टी में चर्चा चल रही है. मीडिया से बातचीत में कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला की ओर से भी कहा गया है कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस पर फैसला लेंगे. बातचीत में सुरजेवाला ने कहा कि जैसे ही पार्टी की ओर से निर्णय लिया जाएगा, उसकी जानकारी दे दी जाएगी.

रायबरेली की सीट से प्रियंका वाड्रा चुनाव लड़ेंगी या नहीं इसका फैसला भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बाद होगा. ये सीट इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस सीट से फिरोज गांधी, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी समेत गांधी परिवार या उनके रिश्तेदार ही इस सीट से उतरते रहे हैं. अगले सप्ताह भारत जोड़ो न्याय यात्रा अमेठी और रायबरेली होकर गुजरने वाली है. यात्रा की सफलता का आकलन करने के बाद ही शीर्ष लीडरशिप इस पर निर्णय लेगी कि प्रियंका वाड्रा को यहां से लड़ाना है या नहीं.

बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी के लोकसभा चुनाव न लड़ने की सूरत में रायबरेली सीट से प्रियंका वाड्रा दावेदारी कर सकती हैं. इसके लिए रायबरेली के कार्यकर्ताओं ने खुद आलाकमान से गुहार लगाई है. सोनिया गांधी ने भी कायकर्ताओं को ये आश्वासन दिया है कि अगर वह लोकसभा चुनाव में नहीं उतरेंगी तो परिवार का कोई और सदस्य यहां से चुनाव लड़ेगा. माना जा रहा है कि सोनिया गांधी ने खुलकर तो कुछ नहीं कहा लेकिन उनका इशारा प्रियंका वाड्रा की तरफ ही था, उनसे चुनाव की तैयारियों में जुटने के लिए भी कह दिया गया है.

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