जगदलपुर।107 साल बाद बस्तर राजघराने में शाही शादी का जश्न शुरू हो चुका है. बस्तर गद्दी के राजा कमलचंद भंजदेव की शाही बारात शहर की सड़कों पर ऐतिहासिक भव्यता के साथ निकली. कमलचंद भंजदेव हाथी पर सवार होकर राजमहल से निकले और मां दंतेश्वरी का आशीर्वाद लेने के बाद बारात रवाना हुई. इस शाही बारात में हाथी, घोड़े और ऊंट शामिल थे, जिन पर राजपरिवार का शाही चिन्ह सुसज्जित था.बारात में माझी चालकी और पुरानी बस्तर रियासत के पारंपरिक प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. बारात जगदलपुर के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए वापस राजमहल पहुंची.
चार्टर फ्लाइट से एमपी जाएगी बारात
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 20 फरवरी को कमलचंद भंजदेव अपनी बारात लेकर चार्टर्ड फ्लाइट से मध्य प्रदेश के नागौद राजमहल पहुंचेंगे, जहां विवाह संपन्न होगा. शादी के बाद विशेष विमान से ही बारात वापस जगदलपुर लौटेगी.
इस ऐतिहासिक अवसर को देखने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी सड़कों पर उमड़ पड़े. आखिरी बार 107 साल पहले पूर्व महाराजा रुद्र प्रताप देव की बारात राजमहल से निकली थी. इतने वर्षों बाद कमलचंद भंजदेव ने इस परंपरा को पुनर्जीवित किया, जिससे जगदलपुर में खास उत्साह का माहौल देखने को मिला.