कांकेर। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्रालय के तत्वाधान में 8 मार्च को आयोजित राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस पोर्टल लाॅन्च एक दिवसीय कार्यशाला देश की राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में आयोजित होगी। यह कार्यशाला कार्यक्रम जिसमें जिला वनोपज सहकारी संघ अध्यक्ष एवं सहकारी नेता नितिन पोटाई एवं जिला वनोपज संघ के उपाध्यक्ष नंदलाल मण्डावी भाग लेगे।
इस विषय पर चर्चा करते हुए जिला वनोपज सहकारी संघ के अध्यक्ष नितिन पोटाई ने बताया कि यह राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस पोर्टल का शुभांरभ और एनसीडी पोर्टल पर तकनीकी कार्यशाला 8 मार्च 2024 सुबह 9 बजे भारत रत्न सी. सुब्रमण्यम आॅडिटोरियम, एनएएससी काॅम्प्लेक्स, आईसीएआर, नई दिल्ली में सहकारिता मंत्रालय के तत्वाधान में आयोजित की जायेगी। सहकारिता क्षेत्र का सुनियोजित विकास करने के लिए एक डेटाबेस आवश्यक है। इसी दिशा में सहकारिता मंत्रालय द्वारा राज्य सरकारों के सहयोग से, एक व्यापक, प्रमाणिक और अद्यतित राष्ट्रीय सहकारी डाटाबेस विकसित करने का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जायेगा।
श्री पोटाई ने आगे कहा कि विश्व की 25 प्रतिशत सहकारी समितियां भारत में मौजूद है। देश में करीब 8 लाख सहकारी समितिया है जिसमें लगभग 30 करोड़ लोग जुड़े हुए है ये देश के हर जिले में 35 से ज्यादा सेक्टरों में फैले हुए है। भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, गरीबी मिटाने, खाद्य की समस्या, रोजगार की समस्या मिटाने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है। देश में सहकारी आंदोलन को मजबूत करने के लिए योजना, नीति निर्माण और कार्यान्वयन में केंद्रीय मंत्रालय, राज्य सरकारें, सहकारी संघ, सहकारी समितियां और नाबार्ड जैसे क्षेत्रीय संस्थान आदि शामिल हैं। डेटाबेस सहकारी समितियों के भौगोलिक प्रसार के संदर्भ में अंतराल की पहचान करने में भी मदद करेगा। राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस विकसित करने का उद्देश्य देश भर में विभिन्न क्षेत्रों की 8.5 लाख सहकारी समितियों पर प्रामाणिक और अद्यतन जानकारी तक एकल बिंदु पहुंच प्रदान करना है। डेटाबेस सहकारी समितियों से संबंधित कई मापदंडों यानी स्थान और संख्या पर डेटा एकत्र करेगा।