पंचांग के अनुसार 26 मार्च से चैत्र माह की शुरुआत हो चुकी है। इस माह में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने का विधान है। हर साल में चार बार नवरात्री का पावन पर्व मनाया जाता है। इनमे से चैत्र और शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। मां दुर्गा के भक्त बहुत ही बेसब्री से इन दिनों का इन्तजार करते हैं क्योंकि इस दौरान मां अपने भक्तों की पुकार हमेशा सुनती हैं और जल्द ही मनोकामना पूर्ण करती हैं। बता दें कि शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है और नवमी तिथि पर इसका समापन होता है। इसी के साथ एक और बात बता दें कि इस दिन से ही हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत होती है। तो चलिए अब ज्यादा देर न करते हुए जानते हैं कि कब से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि की शुरुआत।
इस दिन से होगी चैत्र नवरात्रि की शुरुआत
पंचांग के अनुसार 8 अप्रैल को रात रात 11 बजकर 50 मिनट से चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत होगी और अगले दिन 9 अप्रैल को रात 08 बजकर 30 मिनट पर इसका समापन होगा। उदया तिथि के मुताबिक 9 अप्रैल से नवरात्रि के व्रत रखे जाएंगे। और इसका समापन 17 अप्रैल 2024 को होगा।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
० घटस्थापना का शुभ मुहूर्त- 9 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 1 मिनट से लेकर 10 बजकर 15 मिनट तक।
० घटस्थापना के लिए अभिजीत मुहूर्त- 12 बजकर 3 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक कुल 50 मिनट का है।
० नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना करने का विधान है। इसके नौ दिनों बाद कलश पूजन किया जाता है।
० इसके अलावा आपको बता दें कि इस बार चैत्र नवरात्रि के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत योग का शुभ संयोग भी बन रहा है। कोई भी शुभ कार्य शुरू करने के लिए ये दिन बेहद ही खास माना जा रहा है।
चैत्र नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि यानी 9 रात। इन रातों में मां दुर्गा की पूजा करने का विधान है। इस दौरान मां के भक्त ध्यान और पूजा-पाठ एक साथ मां को खुश करने का प्रयास करते हैं। चैत्र माह में आने वाली नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इस दौरान की गई पूजा-पाठ कभी भी विफल नहीं जाती है।