नेशनल न्यूज़। विपक्षी एकता के लिए 23 जून को पटना में होने वाली बैठक से पहले बिहार की नीतीश कुमार सरकार को जोर का झटका लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे और हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा (HAM) के इकलौते मंत्री संतोष मांझी ने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे से पहले अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री की वित्त मंत्री से लंबी बातचीत हुई।
पांच घंटे तक माथापच्ची के बाद बिहार कैबिनेट की पूर्व निर्धारित बैठक से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संतोष कुमार सुमन उर्फ संतोष मांझी का इस्तीफा स्वीकार कर राज्यपाल को भेज दिया।इधर, मंत्रीमंडल से इस्तीफ देने के बाद संतोष सुमन ने कहा कि हम को विपक्षी एकता के लिए बुलावा नहीं मिला, क्योंकि जदयू हमारी पूरी पार्टी का विलय चाहती थी। पार्टी के रूप में हमारी पहचान पर सवाल था, इसलिए ‘हम’ रूपी घर तोड़ने के जगह सरकार से निकलना ही अंतिम विकल्प था। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए हमलोग खूब मेहनत कर रहे हैं, ऐसे में इस तरह का विकल्प चुनना संभव नहीं था।