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Breaking : कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 से छत्तीसगढ़ में पहली मौत, अभी 117 एक्टिव मरीजों का चल रहा है इलाज

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 से पहली मौत हुई। राजनांदगांव में रहने वाला मरीज रायपुर के एक निजी अस्पताल में रूटीन डायलिसिस के लिए आया था। इसी दौरान उसे कोविड के लक्षण दिखाई दिए, और जांच में वह पॉजिटिव पाया गया। हालांकि मौत की वजह सिर्फ कोविड नहीं बल्कि उसकी पुरानी फेफड़ों की बीमारियां ILD और CPFE भी थीं, जिन्होंने उसकी हालत और अधिक बिगाड़ दी।



मृतक व्यक्ति को ILD और CPFE (कंबाइंड पल्मोनरी फाइब्रोसिस एंड एंफिसेमा) जैसी गंभीर और पुरानी बीमारियां थीं। ये दोनों बीमारियां फेफड़ों की संरचना को बुरी तरह प्रभावित करती हैं, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। कोविड संक्रमण ने इन बीमारियों के कॉम्प्लिकेशन को और बढ़ा दिया, जिससे मरीज की अचानक हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।

अब तक 117 संक्रमित
प्रदेश में अब तक कोविड के 117 केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 42 मरीज सिर्फ पिछले 5 दिनों में मिले हैं। सोमवार को रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा और महासमुंद से 10 नए केस सामने आए। हालांकि एक्टिव केस 51 हैं और रिकवरी की दर भी अच्छी बनी हुई है। अब तक 66 मरीज ठीक हो चुके हैं और सिर्फ एक मरीज ICU में है।

प्रशासन सतर्क, मॉक ड्रिल और ट्रेनिंग शुरू
पहली मौत के बाद राज्य सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में स्टाफ को सैंपल कलेक्शन से लेकर इलाज तक की ट्रेनिंग दी जा रही है। मॉक ड्रिल की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। हेल्थ मिनिस्टर श्याम बिहारी जायसवाल ने सभी संस्थानों को निर्देश दिए हैं कि लक्षण दिखने पर तत्काल रिपोर्टिंग की जाए।

होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे अधिकतर मरीज
मेकाहारा अस्पताल के डॉ. आर.के. पांडा के मुताबिक, फिलहाल ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। चिंता की बात उन मरीजों के लिए है, जिन्हें पहले से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या चेन स्मोकिंग की आदत है। ऐसे मरीजों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है क्योंकि वे जल्दी गंभीर स्थिति में पहुंच सकते हैं।

 

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