23 जून ज्येष्ठ पूर्णिमा के साथ जेठ महीने का समापन होगा और इसी के साथ आषाढ़ माह की शुरुआत हो जाएगी. जेठ का महीना गर्मी भरी रहता है, लेकिन लेकिन आषाढ़ को बरसात का महीना माना जाता है. आषाढ़ माह भगवान विष्णु को अति प्रिय है. इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा आराधना की जाती है. आषाढ़ के महीने में बड़े पर्व त्योहार भी आने वाले हैं
हिंदू धर्म में आषाढ़ महीने का विशेष महत्व है. इस साल आषाढ़ का महीना और भी खास रहने वाला है, क्योंकि एक पक्ष मात्र 13 दिन का ही रहेगा. वहीं, आसाढ़ के महीने में ही रथयात्रा जैसे बड़े पर्व मनाए जाएंगे. इस महीने में भगवान शिव और भगवान विष्णु की पूजा आराधना की जाती है. साथ ही इसी महीने में देव शयनी एकादशी व्रत भी है.
जानिए आषाढ़ माह के व्रत-त्योहार
27 जून (गुरुवार): कृष्ण पिंगला संकष्टी चतुर्थी.
28 जून (शुक्रवार): कालाष्टमी.
02 जुलाई (मंगलवार): योगिनी एकादशी.
03 जुलाई (बुधवार): कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत.
04 जुलाई (गुरुवार): मासिक शिवरात्रि.
05 जुलाई (शुक्रवार): आषाढ़ अमावस्या.
06 जुलाई (बुधवार): गुप्त नवरात्रि शुरुआत.
07 जुलाई (गुरुवार): जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा.
09 जुलाई (शनिवार): विनायक चतुर्थी.
11 जुलाई (सोमवार): स्कंद षष्ठी.
16 जुलाई (मंगलवार): कर्क संक्रांति.
17 जुलाई (बुधवार): देव शयनी एकादशी.
18 जुलाई (गुरुवार): प्रदोष व्रत.
21 जुलाई (रविवार): आषाढ़ पूर्णिमा.