सनातन धर्म में नवरात्र का पर्व बहुत शुभ माना जाता है। यह मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के लिए समर्पित है। गुप्त नवरात्र को तंत्र-मंत्र और गुप्त सिद्धियों के लिए विशेष माना जाता है। इस दौरान देवी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कहते हैं कि इस दौरान कठिन उपवास करने से सभी तरह के रोग-दोष दूर होते हैं।
25 या 26 जून कब शुरू होगी गुप्त नवरात्र 2025?
हिंदू पंचांग के अनुसार, गुरुवार 25 जून को शाम 04 बजे से आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू होगी। वहीं, इसका समापन 26 जून को दोपहर 01 बजकर 24 मिनट पर होगा। उदया तिथि को देखते हुए 26 जून से गुप्त नवरात्र शुरू होगी।
घटस्थापना समय – 26 जून को सुबह 05 बजकर 25 मिनट से लेकर सुबह 06 बजकर 58 मिनट तक।
अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11 बजकर 56 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक।
गुप्त नवरात्र में इन बातों का रखें ध्यान
० इन नौ दिनों में मांसाहार, प्याज, लहसुन और अन्य तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल न करें।
० नवरात्र के दौरान बाल और नाखून काटने से बचें।
० चमड़े से बनी वस्तुओं जैसे बेल्ट, पर्स आदि का प्रयोग न करें।
० घर में शांति और सकारात्मक माहौल बनाए रखें।
० लड़ाई-झगड़े, बहस और अपशब्दों का प्रयोग बिल्कुल न करें।
० व्रती दिन में सोने से बचें।
० मन में किसी के प्रति बुरे विचार न लाएं।
० इन नौ दिनों में ब्रह्मचर्य का पालन करें।
० देवी की पूजा पूरे विधि-विधान से करें।
० पूजा सामग्री और विधि में किसी भी तरह की कमी न छोड़ें।
० स्त्री का अपमान भूलकर भी न करें।