हिंदू धर्म में वासुदेव द्वादशी का विशेष महत्व होता है। यह व्रत भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के साथ संबंधित होता है। इस दिन के विशेष महत्व के कारण लोग इस दिन व्रत रखते हैं और पूजा करते हैं। इस दिन के शुभ मुहूर्त में जो लोग व्रत रखते हैं, उन्हें भगवान की कृपा मिलती है और उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
वासुदेव द्वादशी का महत्व
वासुदेव द्वादशी के दिन को व्रत रखने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा वासुदेव द्वादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है।
वासुदेव द्वादशी का शुभ मुहूर्त
वासुदेव द्वादशी का शुभ मुहूर्त इस बार 30 जून 2023 को 02 बजकर 42 मिनट से शुरू होकर, 1 जुलाई 2023 को 01 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में व्रत रखने से व्यक्ति को अधिक फल मिलते हैं।
ये है व्रत की पूजन विधि
– सबसे पहले स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए।
– फिर हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
– वासुदेव और माता देवकी की प्रतिमा का पूजन करना चाहिए।
– भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी की प्रतिमा को फूल, फल अर्पित करके दीपक जलाएं।