आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि, अनुराधा नक्षत्र, शुभ योग, करण कौलव और दिन शनिवार है. आज शनि प्रदोष व्रत है. इस व्रत को करने से संतान की प्राप्ति होती है. प्रदोष व्रत के दिन शाम के समय में शिव जी की पूजा करते हैं, शिव कृपा से दुख, पाप, रोग आदि सब खत्म हो जाते हैं. जीवन में सुख, समृद्धि, शांति आती है. जो लोग संतानहीन हैं, उनको शनि प्रदोष व्रत रखकर भगवान भोलेनाथ की पूजा करनी चाहिए. इससे उनको संतान सुख प्राप्त होता है. इस व्रत की पूजा हमेशा प्रदोष काल यानि शाम के समय में ही करनी चाहिए. आज से अमरनाथ यात्रा की शुरूआत हो रही है, जिसका समापन 31 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन होगा.
आज शनिवार व्रत भी है. इस दिन उपवास रखकर शनि महाराज की पूजा करते हैं. शनि देव को नीले फूल, सरसों या तिल का तेल, काला तिल, धूप, दीप, गंध, नैवेद्य आदि अर्पित करते हैं. उसके बाद शनि चालीसा और शनिवार व्रत कथा का पाठ करते हैं. फिर शनि देव की आरती करते हैं. शनि कवच या शनि स्तोत्र का पाठ करने से शनि देव का आशीर्वाद मिलता है. आज शनि मंदिर में जाकर छाया दान करें और सरसों के तेल से शनि देव का अभिषेक करें. गरीबों को काले या नीले वस्त्र, छाता, जूते, चप्पल, काला तिल आदि का दान करें. इससे साढ़ेसाती और ढैय्या का दुष्प्रभाव खत्म होता है. शनि दोष के निवारण में भी ये उपाय सहायक हैं. आज के पंचांग से जानते हैं शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, अशुभ समय, दिशाशूल, राहुकाल आदि.
1 जुलाई 2023 का पंचांग
आज की तिथि – आषाढ़ शुकल पक्ष त्रयोदशी
आज का नक्षत्र – अनुराधा
आज का करण – कौलव
आज का पक्ष – शुक्ल
आज का योग – शुभ
आज का वार – शनिवार
आज का दिशाशूल – पूर्व
रवि योग: दोपहर 03:04 बजे से कल सुबह 05:27 बजे तक