Close

Lok Sabha: राहुल गांधी बोले- जो खुद को हिंदू कहते हैं, वही हिंसा-हिंसा करते हैं, मचा हंगामा

दिल्ली। दो दिन के अवकाश के बाद आज फिर से लोकसभा और राज्यसभा का सत्र शुरू हुआ। केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, नीट और अग्निपथ जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। इस दौरान दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि संविधान पर संगठित हमले हो रहे हैं।
लोकसभा में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। विपक्ष के नेता राहुल गांधी बोलने के लिए खड़े हुए तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। राहुल को अपना भाषण बीच में ही रोकना पड़ा। स्पीकर भी खामोश रहे। इसके बाद मोदी-मोदी के नारे गूंजने लगे। स्पीकर कभी बाएं देखते, कभी दाएं देखते। राहुल ने जय संविधान कहा और विपक्ष में हंसी की लहर दौड़ गई।. राहुल ने पीछे मुड़कर कहा- कॉपी है?
आपको बता दें कि राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में 21-21 घंटे की चर्चा होगी, इसके लिए भाजपा को आठ घंटे तक की समय सीमा दी गई है।

मेरे खिलाफ झूठे केस दर्ज किए गए
उन्होंने आगे कहा, सरकार के आदेश पर मुझे निशाना बनाया गया। मेरे खिलाफ झूठे केस दर्ज किए गए। मुझसे ईडी ने पूछताछ की। इससे अधिकारी तक हैरान थे। इतना ही नहीं इंडिया के नेताओं को जेल में रखा गया।’

उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में संविधान पर लगातार हमले हुए हैं। जिसने भी.. इसके बाद फिर शोर बढ़ गया। सत्तापक्ष के सदस्यों ने विरोध जताया तो विपक्ष के लोग भी खड़े हो गए। राहुल ने कहा- अभी वॉर्मअप हो रहा है। हममें से कई पर निजी हमले हुए। हम में से कई नेता अब भी जेल हैं। न केवल विपक्ष बल्कि कोई भी जो सत्ता के केंद्रीकरण, पैसे के केंद्रीकरण, दलित-अल्पसंख्यक पर दमन का विरोध करने वाले को कुचला गया। मुझ भी हमले हुए, सरकार के निर्देश पर, जाहिर है पीएम के द्वारा. 20 से ज्यादा केस, 2 साल जेल की सजा, घर लिया गया, कोई समस्या नहीं। जानबूझकर गाली दी गई और अटैक किए गए। 55 घंटे ईडी ने पूछताछ की गई।
भगवान शिव की तस्वीर पर हंगामा
इसके बाद राहुल ने शंकर भगवान की तस्वीर दिखाई। स्पीकर ने रोका और एक मिनट रुकने के लिए कहा। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आपने सवाल उठाया। आपके माननीय सदस्यगण 352 का नियम बता रहे थे। आपने कहा कि नियम प्रक्रिया से सदन चलना चाहिए। नियम में कोई भी प्लेकार्ड या तस्वीर नहीं दिखाया जा सकता।

राहुल ने सवाल किया, ‘क्या इस सदन में शिवजी की फोटो दिखाना मना है? आप बस ये बता दीजिए। शिव जी का चित्र इस सदन में मना है। अगर मैं कह रहा हूं कि मुझे इनसे प्रोटेक्शन मिली लेकिन आप मुझे रोक रहे हैं. इसके बाद मेरे पास और चित्र हैं, मैं सब दिखाना चाहता था। पूरा हिंदुस्तान इस चित्र को जानता समझता है। मैं इस तस्वीर को क्यों लाया क्योंकि इस तस्वीर में आइडिया टू डिफेंड है। शिवजी के गले में सांप हैं, इसके पीछे का मकसद है किसी ने डरना नहीं चाहिए।’

आइडिया ऑफ इंडिया को बचा रहे
राहुल ने आगे कहा पूरा विपक्ष आइडिया ऑफ इंडिया को बचा रहा है। हमने देश के संविधान की रक्षा की है। इस बीच राहुल ने भगवान शिव का एक फोटो दिखाया, जिस पर सदन में हंगामा होने लगा। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने फोटो दिखाने से मना कर दिया। नेता प्रतिपक्ष गांधी ने कहा कि शिव के बाएं हाथ में त्रिशूल का मतलब अहिंसा है। हम बिना हिंसा सच की रक्षा करते हैं।

इसके बाद राहुल ने गुरु नानक की तस्वीर दिखाई. फिर शोर होने लगा। उन्होंने कहा कि गुरु नानक कहते हैं कि डरो मत डराओ मत। वह कई देशों की यात्रा पर गए। उन्होंने कभी हिंसा नहीं की। वैसे ही आप ईसा मसीह को देखिए उन्होंने भी यही कहा कि डरो मत डराओ मत। अंत में महावीर ने भी यही कहा है। सारे धर्म कहते हैं कि डरो मत डराओ मत।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘पीएम कहते हैं कि (महात्मा) गांधी मर चुके हैं और गांधी को एक फिल्म द्वारा पुनर्जीवित किया गया था। क्या आप अज्ञानता को समझ सकते हैं?… एक और बात जो मैंने देखी वह यह है कि सिर्फ एक धर्म नहीं है जो साहस की बात करता है. सभी धर्म साहस की बात करते हैं।’

हिंदू पर दिया बयान
राहुल ने आगे कहा, खुद को हिंदू कहने वाले हिंसा-हिंसा कहते हैं। इस पर सदन में हंगामा होने लगा। तो गांधी ने आगे कहा कि यह इसलिए शोर कर रहे है क्योंकि तीर सही जगह पर लगा है।

राहुल ने कहा, ‘हिंदुस्तान के इतिहास में तीन विचारों से काम होता है। मोदी ने एक दिन अपने इंटरव्यू में कहा कि हिंदुस्तान ने किसी पर कोई आक्रमण नहीं किया। उसका कारण यह है कि हिंदुस्तान अंहिसा का देश है। यह देश डर का देश नहीं है। हमारे सारे महापुरुषों ने अहिंसा और भय खत्म करने की बात कही है। शिवजी कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत। अभय मुद्रा दिखाते हैं। मगर, जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे केवल हिंसा, घृणा, असत्य की बात करते हैं।’

scroll to top