गरियाबंद। लोकसभा में हिंदू समाज पर दिए विवादित बयान को लेकर मंगलवार को विहित ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का पुतला फूंका। इस दौरान विहिप कार्यकर्ताओ ने राहुल गांधी के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की ओर विवादित बयान के लिए माफी मांगने की मांग की।
सोमवार को संसद में अपने भाषण के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि था ही जो लोग अपने आप को हिंदू कहते है वे 24 घंटे हिंसा हिंसा हिंसा, नफरत नफरत नफरत, असत्य असत्य असत्य करते है। राहुल गांधी के इस विवादित बयान से बाद से देश में भाजपा, विहिप सहित कई हिंदू संगठन ने आपत्ति जताई थी। पीएम मोदी ने भी इस पर तत्काल विरोध जताया था। लेकिन अब तक कांग्रेस नेता ने अपने बयान को लेकर माफी नहीं मांगी न ही इसे वापिस लिया। इसके चलते हिंदू संगठनों विशेषकर विहिप में जमकर आक्रोश है। विहिप ने इसके विरोध में आज शाम तिरंगा चौक में राहुल गांधी का पुतला फुंका। जमकर राहुल गांधी मुर्दाबाद के नारे लगाए।
इस दौरान विहिप नेता परस राम देवांगन ने कहा कि चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी अपनी मानसिकता को चुके हैं। संसद में वे गैर जिम्मेदाराना और विवादित बयान दे रहे हैं। हिंदू समाज को हिंसक कहना उनकी ओछी मानसिकता का परिचायक है। देवांगन ने कहा की हिंदू समाज सर्वे भवन्तु सुखिन का संदेश देता है, यह समाज आदिकाल से शिक्षा संस्कार और सद्भाव का से प्रवाहक रहा है। केवल तुष्टीकरण की राजनीति के लिए हिंदू समाज को हिंसक कहना कदापि बर्दास्त नही किया जा सकता। विहिप उनके बयान की कड़ी शब्दो में निंदा करती है। उन्होंने कहा की राहुल गांधी को अपने विवादित बयान के लिए देश से मांफी मांगनी चाहिए।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रकाश निर्मलकर, बेदराम नंदे, अनिल चंद्राकर, वेशनारायण पाण्डेय, रिखीराम यादव, सुरेंद्र सोनटेके, दीनू सिन्हा, अनूप भोंसले, पुष्पक देवांगन, धनंजय नेताम, सुमित पारख, वंश गोपाल सिन्हा, प्रह्लाद ठाकुर, प्रकाश यादव, अभिमन्यु ध्रुव, धनराज विश्वकर्मा, संजू साहू, विनोद नेताम, मुकेश सिन्हा, पुरषोत्तम ध्रुव, नवीन सिन्हा, प्रकाश सोनी, भानु सिंह राजपूत, राज डे, भीम साहू, अमित बखरिया, नमन सेन, हेमंत निषाद, योगेश्वर निषाद , राजीव रंजन साकरे, तरुण ठाकुर , चिरंजीव देवांगन, आशीष सिन्हा, रामेश्वर चक्रधारी सहित बड़ी संख्या में विहिप कार्यकर्ता मौजूद थे।