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आज का पंचांग 10 जुलाई : गुप्त नवरात्र के पांचवें दिन ‘शिववास’ योग का हो रहा है निर्माण, पढ़ें आज का पंचांग

हर वर्ष आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्र मनाया जाता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 10 जुलाई यानी आज गुप्त नवरात्र की पंचमी तिथि है। इस अवसर पर जगत की देवी मां पार्वती संग भगवान शिव की विशेष पूजा की जा रही है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए व्रत भी रखा जा रहा है। ज्योतिषियों की मानें तो आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर शिववास योग का निर्माण हो रहा है। आइए आज का पंचांग एवं राहुकाल जानते हैं-

आज का पंचांग (Panchang 10 July 2024)
शुभ मुहूर्त
आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 10 जुलाई को सुबह 07 बजकर 51 मिनट से शुरू हो रहा है। आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 11 जुलाई को सुबह 10 बजकर 03 मिनट तक है। गुप्त नवरात्र में निशा काल के दौरान मां पार्वती की पूजा की जाती है। साधक अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी समय स्नान-ध्यान के बाद जगत जननी मां दुर्गा की पूजा कर सकते हैं।

रवि योग
गुप्त नवरात्र की पंचमी तिथि पर रवि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 5 बजकर 48 मिनट से हो रहा है। वहीं, समापन सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर होगा। इस योग में भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

शिववास योग
गुप्त नवरात्र की पंचमी तिथि पर दुर्लभ शिववास योग का भी निर्माण हो रहा है। आज शिववास योग सुबह 07 बजकर 13 मिनट से शुरू हो रहा है। इस योग में भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूर्ण होगी। साथ ही आय और सौभाग्य में भी वृद्धि होगी।

पंचांग
सूर्योदय – सुबह 05 बजकर 48 मिनट पर

सूर्यास्त – शाम 07 बजकर 16 मिनट पर

चन्द्रोदय- सुबह 09 बजकर 32 मिनट पर

चंद्रास्त- दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर

ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 24 मिनट से 05 बजकर 06 मिनट तक

विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 47 मिनट से 03 बजकर 41 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त – शाम 07 बजकर 15 मिनट से 07 बजकर 36 मिनट तक

निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 11 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट तक

अशुभ समय
राहु काल – दोपहर 02 बजकर 32 मिनट से दोपहर 02 बजकर 13 मिनट तक

गुलिक काल – सुबह 10 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक

दिशा शूल – उत्तर

ताराबल
अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

चन्द्रबल
मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुंभ, मीन

 

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