रायपुर। राजधानी रायपुर में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है। इस बार दावड़ा कॉलोनी निवासी विनोद शर्मा और उनकी पत्नी मनोरमा शर्मा को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) अधिकारी बनकर ठगों ने निशाना बनाया और उनसे ₹8.5 लाख (साढ़े आठ लाख रुपए) की ठगी कर ली। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पीड़ित विनोद शर्मा को ठगों ने फोन कर खुद को ईडी अधिकारी बताया और कहा कि उनके नाम से मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज है। साथ ही यह भी कहा गया कि विभिन्न बैंक खातों में उनके नाम से 200 करोड़ रुपए जमा हैं, जो अवैध हैं। ठगों ने जांच और गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए उन्हें डिजिटल अरेस्ट की धमकी दी।
भयभीत होकर विनोद शर्मा और उनकी पत्नी ने ठगों के बताए गए खातों में ₹8.5 लाख ट्रांसफर कर दिए। घटना के बाद जब उन्हें ठगी का अहसास हुआ, तो उन्होंने टिकरापारा थाना में शिकायत दर्ज कराई। टिकरापारा थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर फोन कॉल, बैंक ट्रांजैक्शन और साइबर लोकेशन की जांच कर रही है। रायपुर समेत पूरे प्रदेश में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। इससे पहले भी रायपुर की सैफायर ग्रीन कॉलोनी निवासी महिला से 2.83 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया था। लगातार सामने आ रहे इन मामलों ने पुलिस और साइबर सेल की चिंता बढ़ा दी है।