० जिला पंचायत सभाकक्ष में दिया गया प्रशिक्षण, 24 जुलाई 2023 से शुरू होगा सत्यापन का कार्य
जांजगीर चांपा। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशन एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. ज्योति पटेल के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण 2023 का 24 जुलाई से गांव गांव में परिवारों का सत्यापन का कार्य शुरू किया जाएगा। इसको लेकर शनिवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में पीपीटी के माध्यम से शिक्षा विभाग, महिला बाल विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अमले को सर्वे के दौरान भरी जाने वाली जानकारी से अवगत कराया गया।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण किया गया था, जिसमें परिवारों द्वारा दी गई जानकारी का सत्यापन किया जाना है। उन्होंने बताया कि यह कोई नवीन सर्वे नहीं है, बल्कि पूर्व में किये गये सर्वेक्षण का ही सत्यापन है। उन्होंने कहा कि सत्यापन दल आज दिए जा रहे प्रशिक्षण को गंभीरता के साथ पूर्ण करें और सत्यापन के दौरान भरी जाने वाली जानकारी को प्रपत्र एवं एप के माध्यम से अच्छी तरह से भरवाएं। उन्होंने कहा कि जिले में किये गये सर्वेक्षण कार्य के सत्यापन के लिए पूर्व में गठित दलों से कराया जाना है इसके साथ ही पटवारी, ग्राम पंचायत सचिव भी इसमें सदस्य होंगे। सत्यापन दल को परिवारों की सूची उपलब्ध कराई जाएगी, इस आधार पर वह जानकारी का सत्यापन करेंगे। प्रशिक्षण में उपसंचालक पंचायत अभिमन्यु साहू, जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, शिक्षा विभाग बीईओ, महिला बाल विकास सीडीपीओ सहित जिला एवं जनपद पंचायत अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
जनपद पंचायत स्तर पर होगा प्रशिक्षण
जिपं सीईओ ने कहा कि सत्यापन दल के सदस्यों का विकासखण्ड मुख्यालय में प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें एप डाउनलोड करना, लॉग इन करना, डाटा एंट्री के प्रशिक्षण के साथ ही संबंधित ग्राम पंचायत का डाटा डाउनलोड कराया जाएगा। उन्होने कहा कि गांव में होने वाले सत्यापन की सूचना मुनादी के माध्यम से ग्रामीण परिवारों को दी जाए।
पीपीटी से दिया प्रपत्र एवं ऑनलाइन एंट्री का प्रशिक्षण
छत्तीसगढ सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में सत्यापन दल द्वारा भरी जाने वाली जानकारी को ई-गर्वनेंस चिप्स ईडीएम श्री सुनील साहू के द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया गया। उन्होंने बताया कि प्रपत्र एवं आनलाइन एंट्री के दौरान सामान्य जानकारी, आवास से संबंधित जानकारी, वर्तमान निवास की स्थिति के साथ ही शौचालय से संबंधित जानकारी को भरा जाना है। इसके उपरांत प्रपत्र में हितग्राही से हस्ताक्षर लिया जाना है, और एप में सत्यापन दल के साथ फोटो को अपलोड किया जाना है। उन्होंने बताया कि गांव में अगर इंटरनेट की समस्या आती है तो एप में जानकारी आफ लाइन मोड में भरी जावे तथा इंटरनेट हो वहां से जानकारी सिंक की जावे। उन्होंने कहा कि इसके बाद भी अगर कोई कठिनाई आती है तो सारी जानकारी को प्रपत्र में भरकर लाना है और बाद में एप में एंट्री करना है।