कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी जिल में एक दर्दनाक हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। यह सभी लोग कुंए में सबमर्सिबल पंप लगाने के लिए नीचे उतरे थे। कुएं में बन रही जहरीली गैस की चपेट में आने से सभी बेसुध हो गए। करीब नौ घंटे बाद उन्हें बाहर निकालकर अस्तपताल ले जाया गया। जहां, जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मरने वाले दो लोग चाचा भतीजे और दो पड़ोस में रहने वाले चचेरे भाई हैं।
घटना कटनी जिले के एनकेजे थाना क्षेत्र के जुहली गांव की है। यहां रहने वाले रामकुमार दुबे ने हाल ही में अपने खेत में बने कुएं में बोरिंग कराई थी। जिसमें सबमर्सिबल पंप डालने के लिए चाचा और भतीजा कुएं में नीचे उतरे थे। लेकिन, उन्हें कुछ दिक्कत हो रही थी। ऐसे में उन्होंने पड़ोस में रहने वाले कुशवाहा परिवार के लोगों से मदद मांगी। कुशवाह परिवार के 2 चचेरे भाई भी उनके साथ कुएं में उतर गए। कुछ देर बार चारों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी और उनका दम घुटने लगा, कुछ ही देर में चारों अंदर बेहोश हो गए।
घटना की सूचना प्रशासन को दी गई, जिसके बाद कलेक्टर दिलीप कुमार यादव और एसपी अभिजीत रंजन समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। कलेक्टर दिलीप यादव ने बताया कि कुएं में बेसुध हुए चारों लोगों को बचाने के लिए उमरिया जिले से कोल माइंस की स्पेशल टीम बुलाई गई। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद रात 1:35 बजे सभी को बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एसडीईआरएफ के पास नहीं थे गैस के बचने के उपकरण
घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर दिलीप यादव, एसपी अभिजीत रंजन और विधायक संदीप जायसवाल मौके पर पहुंचे। एसडीईआरएफ की टीम को बुलाया गया, लेकिन उनके पास जहरीली गैस से बचने के उपकरण नहीं थे। उमरिया जिले से कोल माइंस की स्पेशल टीम एसईसीएल को बुलाया गया, जिन्होंने करीब 1 घंटे के ऑपरेशन के बाद चारों शवों को बाहर निकाला।
चाचा-भतीजे और चचेरे भाइयों की मौत
कटनी एसडीएम प्रदीप मिश्रा ने बताया कि मृतकों में रामभैया उर्फ रामकुमार दुबे (38), निखिल दुबे (20) राजेश कुशवाहा (28) और पिंटू उर्फ देवेंद्र कुशवाहा (26) शामिल हैं। रामकुमार और निखिल रिश्ते में चाचा और भतीजे लगते हैं। वहीं, राजेश और पिंटू चचेरे भाई हैं। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। गांव में एक साथ चार लोगों की मौत से मातम छा गया है। मृतकों का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
कल शाम पांच बजे हुआ था हादसा
विजयराघवगढ़ एसडीओपी कृष्णपाल सिंह ने बताया कि घटना शाम 5 बजे के आसपास की है। रात 1:35 बजे चारों को बाहर निकाला गया। सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा और सीएमएचओ राकेश कुमार आठ्या ने मौके पर पहुंचकर चारों की मृत्यु की पुष्टि की। कुंए में कार्बन डाइऑक्साइड, साइनाइड और एक अन्य गैस का रिसाव पाया गया।