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जैतूसाव मठ में धूमधाम से मनाया गया श्रावण झूला महोत्सव,लगाया गया छत्तीसगढ़ी पकवान का भोग

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रायपुर। श्री जैतू साव मठ पुरानी बस्ती रायपुर में बड़े धूमधाम से श्रावण झूला महोत्सव मनाया गया जिसमें श्री राधा कृष्ण जी को सोने चांदी जड़ित 6 फीट के झूला में विराजमान कर भक्तो द्वारा झूला झुलाया गया। राधा कृष्ण को झूला में विराजमान कर विशेष भोग ,मिष्ठान व छत्तीसगढ़ी पकवान भोग लगाया गया महाआरती व प्रसादी वितरण किया गया.



महिला मंडली द्वारा विशेष भजन से मंदिर भक्तिमय में हो गया माता बहनों के साथ बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे, प्रतिदिन 15 दिन तक यही क्रम में पूजन होगा। श्रावण झूला का पुराणों वेदों में बडा महत्व है श्रावण झूला महोत्सव श्रवण के मां के द्वितीय पक्ष के शुक्ल पक्ष के द्वितीय तिथि से पूर्णिमा रक्षाबंधन तक प्रत्येक शाम 4:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे शयन आरती तक झूला मे रहेंगे।

सावन में महिलाएं पारंपरिक गीत गाते हुए झूला झूलती हैं और अपनी मनोकामनाएं ईश्वर तक पहुंचाती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, झूला झूलने की परंपरा की शुरुआत राधा रानी और भगवान श्रीकृष्ण से हुई थी। सावन के महीने में ही भगवान श्रीकृष्ण ने राधा रानी को झूला झुलाया था और तभी से यह परंपरा शुरू हुई। माना जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से झूला झूलते हुए अपनी इच्छाएं व्यक्त करता है, उसकी हर मनोकामना श्रीकृष्ण तक पहुंचती है और वह पूरी भी होती है।

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