वायनाड। केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की खबर है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण अबतक 40 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 70 घायल हुए हैं। वहीं सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है। स्थानीय आपदा मोचन बल के जवान राहत और बचाव कार्य चला रहे हैं। बारिश के कारण कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
राज्य सरकार के मंत्री करेंगे बचाव गतिविधियों का नेतृत्व
वायनाड के स्थानीय अधिकारियों ने एक बच्चे की मौत होने की पुष्टि की है। वायनाड जिला अधिकारियों के अनुसार, थोंडेरनाद गांव में रहने वाले नेपाली परिवार के एक वर्षीय बच्चे समेत कुल पांच लोगों की मौत हो चुकी है। एक बच्चे की मौत चूरलमाला कस्बे में हुई है। भूस्खलन का दायरा देखते हुए मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक राज्य के मंत्री बचाव गतिविधियों का नेतृत्व करने के लिए वायनाड जिले में पहुंचेंगे।
इन इलाकों में सबसे अधिक नुकसाान, पीड़ितों को एयरलिफ्ट करने की योजना
जिले के अधिकारियों ने बताया कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। कई इलाकों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। राज्य में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) विधायक टी सिद्दीकी ने सोशल मीडिय पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा, वायनाड जिला अधिकारी मुंडक्कई इलाके से लोगों को हवाई मार्ग से निकालने की योजना बना रहे हैं। फिलहाल, भूस्खलन में लापता और मृत लोगों के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। एनडीआरएफ के जवान उन जगहों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जिनका संपर्क कट गया है
भारी बारिश के बाद भूस्खलन
मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने बताया कि सभी सरकारी एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में एकजुट होकर नागरिकों की मदद कर रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष खोला है और आपातकालीन फोन नंबर 9656938689, 8086010833 जारी किए हैं।
राहत और बचाव कार्यों में NDRF से भी मदद
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को वायनाड और भूस्खलन प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम भी वायनाड भेजी गई है। केएसडीएमए ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर मंगलवार तड़के भूस्खलन की जानकारी दी। इस पोस्ट के अनुसार, कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए वायनाड जाने का निर्देश दिया गया है।