इस्लामाबाद। द्विपक्षीय संबंधों में तनाव के बावजूद पाकिस्तानी मीडिया व अखबारों ने बृहस्पतिवार को भारत के चंद्रयान की चंद्रमा पर ऐतिहासिक ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ को पहले पन्ने पर जगह दी जबकि एक पूर्व मंत्री ने इसे भारत की अंतरिक्ष एजेंसी ‘इसरो’ के लिए एक “महान क्षण” कहा। अधिकांश पाकिस्तानी अखबारों और वेबसाइटों की मुख्य खबर थी, ‘भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बना’। यह चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान उतारने का भारत का दूसरा प्रयास था और रूस के लूना-25 मिशन के विफल होने के एक सप्ताह से भी कम समय में देश को यह सफलता मिली है।
‘जियो न्यूज’ ने अपने वेब डेस्क पर लैंडिंग के बारे में एक खबर प्रकाशित की जिसमें कहा गया कि भारत का चंद्रयान-3 श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शुरू होने वाली 40 दिनों की यात्रा और अंतरिक्ष दुर्घटना के इतिहास के बाद आखिरकार चंद्रमा पर उतर गया है। ‘द न्यूज इंटरनेशनल’, ‘द डॉन’, ‘बिजनेस रिकॉर्डर’, ‘दुनिया न्यूज’ और अन्य ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों की खबर प्रकाशित कीं। इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार में संघीय सूचना और प्रसारण मंत्री रहे फवाद चौधरी ने इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए एक महान क्षण बताया।
खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के पूर्व वरिष्ठ सदस्य फवाद चौधरी ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, “चंद्रयान-3 का चंद्रमा पर उतरना इसरो के लिए बेहद शानदार पल है, मैं बहुत से युवा वैज्ञानिकों को इसरो के अध्यक्ष सोमनाथ के साथ इस पल का जश्न मनाते हुए देख सकता हूं; केवल सपनों वाली युवा पीढ़ी ही दुनिया बदल सकती है… शुभकामनाएं।” लैंडिंग से पहले उन्होंने कहा, “सभी की निगाहें चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर शाम 5:40 बजे होने वाली लैंडिंग पर हैं, भारतीय विज्ञान समुदाय और अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए महान दिन, इस महान उपलब्धि पर भारत के लोगों को बधाई।” इससे पहले उन्होंने पाकिस्तानी मीडिया से चंद्रयान की चंद्रमा पर लैंडिंग का ‘लाइवस्ट्रीम’ (इंटरनेट के माध्यम से सीधा प्रसारण) करने को कहा था।