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आज का इतिहास 16 सितंबर : क्यों मनाया जाता है ‘ओजोन दिवस’, जानें पूरा इतिहास

एक ऐसे मकान की कल्पना (AAJ KA ITIHAS)कीजिये जिसके ऊपर छत ही न हो. तब क्या होगा- धूप, गर्मी, बारिश, हवा हमें सीधे हानि पहुंचाएगी. अब ज़रा हमारी पृथ्वी को घर समझिये और उसकी छत यानी की ओज़ोन परत के ना होने की कल्पना कीजिये. ये वो दशा होगी जब सूर्य की गर्मी और रेडिएशन हमारे सीधे संपर्क में आएंगे और सम्पूर्ण मानव जाती समेत वनस्पतियों का विनाश हो जाएगा. इसी जीवनदायिनी ओज़ोन लेयर को बचाने के लिए ही आज (16 september ka itihaas) 16 सितंबर को अंतराष्ट्रीय ओज़ोन परत छरण संरक्षण दिवस (International Day for the Preservation of the Ozone Layer) के रूप में मानते हैं. ये हमारी पृथ्वी के लिए ढाल का काम करती है. ‘ओजोन दिवस’ 16 सितंबर साल 1989 मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हुए हस्ताक्षर की याद में साल 1994 से इसे मनाये जाने की परंपरा है. जिसमें सभी देशों ने ये संकल्प लिया था कि ओज़ोन के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास किये जाएंगे.

16 सितंबर का दिन भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी के जन्म से भी जुड़ा हुआ है. आज के दिन साल 1893 में तिरंगे के सम्मान में गाया जाने वाला गीत ‘विजयी विश्व तिरंगा प्यारा’ लिखने वाले श्यामलाल गुप्त पार्षद का जन्म (Birth of Shyamlal Gupta Councilor) हुआ था. दुर्भाग्य की बात ये है कि देश के लोगों ने उनके गीत को तो अपना लिया लेकिन लेखक को भूल गए. आपको बता दें कि पार्षद जी ने ये गीत सबसे पहले 14 अप्रैल 1924 में जलियावाला बाग़ हत्याकांड की स्मृति में गाया था. जिसे सुनकर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू उछल पड़ें थे. उन्होंने ने ही इस गीत को झंडा गीत होने की संज्ञा दी थी. साल 1991 में बनी फिल्म ‘फ़रिश्ते’ में भी इस गीत को गया गया है.

इतिहास में 16 सितंबर का दिन एक महत्वपूर्ण खोज के लिए जाना जाता है. 16 सितंबर 1906 को रोएल्ड एमंडसन (Roeld Amundsen) ने चुंबकीय दक्षिणी ध्रुव की खोज (discovery of the magnetic south pole) की. बता दें किसी भी चुंबकीय पदार्थ के दो ध्रुव होते हैं. उत्तर और दक्षिण। जब किसी छड़ चुम्बक को स्वतंत्रता पूर्वक लटकाया जाता है तो छोर हमेशा उत्तर और दक्षिण दिशा में ही ठहरता है. क्योंकि हमारी पृथ्वी भी एक विशाल चुम्बक के सामान ही है तो इसके भी दोनों ध्रुव एक दूसरे के विपरीत हैं. जिन्हे हम नार्थ और साउथ पोल के नाम से जानते हैं. रोएल्ड एमंडसन ने इसी दक्षिणी ध्रुव की खोज की जबकि जेम्स क्लार्क रॉस ने चुंबकीय उत्तर ध्रुव की खोज आर्कटिक कनाडा में की थी.

देश-दुनिया में 16 सितंबर का इतिहास
1795 : ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन पर कब्जा किया था.
1821 : मैक्सिको आज ही के दिन स्पेन से आजाद हुआ था.
1848 : फ्रांसिसी उपनिवेश से दास प्रथा खत्म हुई थी.
1861 : आज ही के दिन से ब्रिटेन में पोस्ट आफिस में बचत खाता खोले जाने की शुरुआत हुई थी.
1893 : झंडा गीत `विजयी विश्व तिरंगा प्यारा’ के रचयिता श्यामलाल गुप्त पार्षद का जन्म हुआ था.
1906 : नार्वे के रोएल्ड एमंडसन ने चुंबकीय दक्षिणी ध्रुव की खोज की.
1947 : टोक्यो के सईतामा में चक्रवाती तूफान कैथलीन से 1,930 लोगों की मौत हो गई.
1963 : मलया सिंगापुर ब्रिटिश नार्दन वोनियो से मलेशिया का गठन हुआ था.
1965 : परमवीर चक्र से सम्मानित भारतीय सैनिक एबी तारापोरे की मौत हुई थी.
1967 : सोवियत संघ ने पूर्वी कजाख में परमाणु परीक्षण किया.
1975 : केप वर्डे, मोजाम्बिक, साओ टोमे और प्रिंसिप संयुक्त राष्ट्र में शामिल हुए.
1975 : पापुआ न्यू गिनी ने ऑस्ट्रेलिया से स्वतंत्रता हासिल की थी.
1978 : जनरल जिया उल हक पाकिस्तान के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे.
1986 : दक्षिण अफ़्रीका की एक सोने की खदान में फंस जाने से 177 लोग मारे गए.
2007 : वन टू गो एयरलांइस का विमान थाईलैंड में दुर्घटनाग्रस्त होने से 89 लोगों की जान गई थी.
1986 : दक्षिण अफ़्रीका की एक सोने की खदान में फंस जाने से 177 लोग मारे गए.
2013 : वॉशिंगटन में एक बंदूकधारी ने नौसेना के एक शिविर में 12 लोगों की गोली मारकर हत्या की.
2014 : इस्लामिक स्टेट ने सीरियाई कुर्दिश लड़ाकों के खिलाफ युद्ध छेड़ा.
2017 : भारतीय वायुसेना के सबसे वरिष्ठ एवं पांच सितारा रैंक पर पहुंचने वाले एकमात्र मार्शल अर्जन सिंह का निधन हुआ था.
2020: विदुषी, लेखिका और कलाविद डॉ. कपिला वात्स्यायन का निधन.

 

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