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LIVE : जम्मू-कश्मीर में में विधानसभा चुनाव शुरू, पहला Voting % आया सामने

 

जम्मू कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में 10 सालों के बाद आज विधानसभा चुनाव शुरू हो चुके हैं। सुबह 9 बजे तक जम्मू-कश्मीर में 11.11% वोटिंग हो चुकी है। इस दौरान मतदाताओं में भारी जोश देखने को मिल रहा है।

इन चुनावों में फैसला होगा कि आखिर जम्मू-कश्मीर की बागडोर किसके हाथों में जाएगी। फिलहाल लोगों ने अपना राजा चुनने के लिए वोट डालने शुरू कर दिए हैं। मतदान केंद्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिंग शुरू हो चुकी है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मतदाताओं से अपने मत के अधिकार का प्रयोग करने की अपील की और उन्हें मत देने के प्रोत्साहित किया। गृह मंत्री अमित शाह ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लोगों से अधिक से अधिक मतदान करने की अपील की। इस दौरान जम्मू-कश्मीर के बनिहाल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार मोहम्मद सलीम भट ने अपना वोट डाला। वहीं अवामी इत्तेहाद पार्टी के राजपोरा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद अल्ताफ भट ने पुलवामा के एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। किश्तवाड़ विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मंत्री और एन.सी. के उम्मीदवार सज्जाद किचलू ने भी अपना वोट डाला। वहीं उनके प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार शगुन परिहार ने वोट डालने से पहले पूजा-अर्चना की। बनिहाल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेसी उम्मीदवार विकार रसूल वानी ने भी अपना वोट डाला।

 

केंद्रों की बाहर लोगों की सुबह से ही लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। इस दौरान मतदाता काफी जोश और खुश दिखाई दे रहे हैं। वहीं उनमें काफी उत्साह भी देखने को मिल रहा है। सुबह 7 बजे से जारी हुई वोटिंग शाम 6 बजे तक चलेगी।

गौरतलब है कि 23 लाख से अधिक मतदाता 219 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे, जिनमें 90 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं, जो 24 विधानसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। जम्मू क्षेत्र के तीन जिलों में 8 और कश्मीर घाटी के चार जिलों में 16 विधानसभा क्षेत्र हैं। चुनाव आयोग (ई.सी.) के अनुसार, पहले चरण में कुल 23,27,580 मतदाता मतदान करने के पात्र हैं, जिनमें 11,76,462 पुरुष, 11,51,058 महिला और 60 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं।

 

बता दें कि इस बार चुनावी मैदान में पी.डी.पी., नेकां, कांग्रेस और भाजपा जैसी बड़ी पार्टियों को छोटी-छोटी पार्टियां और कई निर्दलीय उम्मीदवार इस बार कड़ी टक्कर देंगे। किसी भी एक पार्टी की सरकार बनना इस बार संभव नहीं है। पार्टियों को एक-दूसरे के साथ गठबंधन करके ही सरकार बनानी पड़ेगी।

 

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