नव सृजन मंच ने किया बेटी वालो का सम्मान

० बिटिया जन्मोत्सव के अवसर पर नन्ही बेटियो की किलकारी से गुंजायमान रहा वृंदावन हाल
० प्रदेश की प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था नवसृजन मंच द्वारा बिटिया जन्मोत्सव का आयोजन किया गया 10 दिन से लेकर 6 माह तक की बिटिया गोद में लिए माता पिता सम्मान समारोह में पहुंचे
रायपुर। सामाजिक संस्था नवसृजन मंच द्वारा आयोजित बिटिया जन्मोत्सव आयोजन के अंतर्गत 201 बेटियों के माता पिता का सम्मान किया गया. संस्था नवसृजन द्वारा बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने पिछले 11 वर्षों से यह आयोजन संस्था करती आ रही है. जिसमे अब तक हजारों परिवारों को इस आयोजन के अन्तर्गत सम्मानित किया जा चुका है. वृंदावन हाल सभागार में सम्पन्न हुए आयोजन में कार्यक्रम की मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहिब, अमरजीत सिंह छाबड़ा अध्यक्ष राज्य अल्पसंख्यक आयोग, वर्णिका शर्मा अध्यक्ष राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, शीला खांडे अधिकारी एन सी सी उपस्थित रही. नवसृजन मंच के इस अभिनव कार्यक्रम की सराहना करते हुए गुरु खुशवंत साहिब ने कहा की बेटियों को सम्मानित करना पवित्र नवरात्र में कन्या पूजन करना अपने आप में अदभुद है. सभागार में 6 माह से भी छोटी बच्चियों की किलकारी को मधुर संगीत बताते हुए कहा की एक साथ इतनी नन्ही माताओं की किलकारी सुनना भी एक अलग अनुभूति का एहसास कराता है.
ऐसे आयोजन बहुत ही कम देखने मिलते है जहां एक तरफ बेटियो के जन्म को लेकर आज भी लोग चिंतित हो उठते है.वैसे में यह आयोजन एक प्रेरणा देता है ऐसे आयोजन को प्रत्येक शहर में किया जाना चाहिए। अध्यक्षीय भाषण में संस्था के अध्यक्ष और अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा ने संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए कहा की विगत 11 वर्षो से यह आयोजन किया जा रहा है। साथ ही संस्था की वर्षभर की गतिविधियों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया 6 माह से भी कम उम्र की 201 बेटियो की किलकारी से सभागर गुंजायमान था। जिसमे 10 दिन से लेकर 6 माह तक की बेटियां नवरात्र में माता स्वरूप में उपस्थित थी. कार्यक्रम के आरम्भ में सर्वप्रथम कन्या पूजन कर 201 बेटियों की आरती की गई, मा दुर्गा का स्वरूप धारण की हुई नन्ही बच्ची जसलीन कौर हाथो में त्रिशूल थामे विशेष आकर्षण का केंद्र रही। सभी 201 नन्ही बच्चियों को माता की चुनरी ओढाई गई और उनकी आरती उतारी गई. आहार विशेषज्ञ श्रद्धा द्विवेदी ने आहार और पोषण सम्बंधित जानकारी देते हुए कहा की बच्चे के जन्म के बाद अक्सर माँ अपने आहार को लेकर उतनी गम्भीर नही रहती। उन्होंने आहार पोषण को लेकर लापरवाही न बरत खान पान पर विशेष गौर करने की बात कही इस अवसर पर कन्या शक्ति सम्मान से नौ महिलाओं का सम्मान किया गया। जिनमें क्रमशः डॉ कामिनी बावनकर (प्रशासनिक), डॉ आशा जैन (स्त्री रोग विशेषज्ञ) डॉ प्रज्ञा सिंह (शिक्षा), शुभा शुक्ला,(लेखन व साहित्य), रसिका पाण्डेय (पत्रकारिता) मनतृप्त कौर संधू (स्काउट गाइड) सुनंदा शर्मा (कवियत्री), रत्ना बिश्वाश, (योग प्रशिक्षिका) रही.
संस्था द्वारा 201 बेटियों के माता पिता को बेटियों का जन्म उनके लिए गौरव का विषय है यह भाव लिए सम्मानपत्र दिया गया। साथ ही बेबी किट जिसमे बच्ची के लालन पालन की वस्तुएं फ्रॉक साबुन पावडर खिलौने बच्चो की मच्छर दानी और अन्य वस्तुए थी दी गई साथ ही बेटियों को लेकर सरकार की विभिन्न योजनाओं के स्टाल जैसे सुकन्या योजना, नोनी योजना, मातृत्व समृद्धि योजना के स्टाल लगाए महिला एवं बाल विकाश के सहयोग से लगाए गए। साथ ही पोस्ट आफिस शाखा द्वारा छोटी बच्चियों का आधार कार्ड भी शिविर लगाकर बनाया गया. साथ ही अन्य योजनाओं की जानकारी भी उन तक पहुचाने का प्रयास किया गया. कार्यक्रम का संचालन कांतिलाल जैन, और डा प्रीति सतपथी ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर डा देवाशीष मुखर्जी किशोर महानंद, राजेश साहू मनीषा सिंह, डा रश्मि चावरे विनय शर्मा, नरेश नामदेव युंलेद्र राजपूत, मनोज जैन,अंजलि देशपांडे सुनीता पाठक सहित संस्था के सदस्यगण उपस्थित रहे कार्यक्रम के अंत मे कन्या भोज सम्पन्न हुआ जिसमें प्रसाद स्वरूप चना पूड़ी और हलवे का प्रसाद भी वितरित किया गया।