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26 मार्च से पहले नक्सलमुक्त होगा बस्तर, हमने बहुत अच्छी सरेंडर पॉलिसी बनाई है, इसीलिए हथियार डालिए : अमित शाह

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जगदलपुर। जगदलपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 26 मार्च से पहले बस्तर नक्सलमुक्त हो जाएगा। दिल्ली के लोगों ने भ्रम फैलाया, नक्सलवाद ने बस्तर को विकास से दूर किया, लेकिन अब भाजपा शासन में मुफ्त स्वास्थ्य बीमा, 3100 रुपए प्रति क्विंटल पर धान खरीदी, और एक माह में 500 से अधिक नक्सलियों का सरेंडर जैसे ठोस कदम उठाए गए हैं। हमारी दोनों सरकारें – केंद्र व छत्तीसगढ़ सरकार, बस्तर और समस्त नक्सल क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित हैं। हमने बहुत अच्छी सरेंडर पॉलिसी बनाई है, इसीलिए हथियार डालिए । हथियार लेकर अगर आपने बस्तर की शांति को छिन्न‑विछिन्न करने का काम किया तो हमारे सशस्त्र बल के जवान और छत्तीसगढ़ पुलिस मिलकर इसका जवाब देंगी। 31 मार्च 2026 – यह तिथि तय है, नक्सलवाद को इस भूमि से विदाई देने के लिए।

बस्तर अब ओलिंपिक का केंद्र बन रहा है, देशभर के आदिवासी यहां खेलेंगे, यह क्षेत्र अब वैश्विक आकर्षण का केंद्र है, जिसे दिल्ली जाकर सबको बताऊंगा और अपील करूंगा कि वे मुरिया दरबार जरूर आएं। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी पर बल दिया है, हर घर में यह संकल्प होना चाहिए कि देश में बनी चीजों का ही उपयोग होगा, क्योंकि अगर 140 करोड़ लोग स्वदेशी को अपनाएं तो भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से कोई नहीं रोक सकता और GST में 395 चीजों पर टैक्स घटाया गया है, जो अब तक की सबसे बड़ी राहत है।

इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री बस सेवा की शुरुआत की। इससे 250 गांव कवर होंगे। इसके लिए 34 रूट का चयन किया गया है। इससे पहले शाह ने सिरहासार भवन में बस्तर दशहरा के अंतर्गत आयोजित मुरिया दरबार की पारंपरिक रस्म निभाई। यहां वे मंत्री मांझी, चालकी, मेंबर और मेंबरीन समुदायों के प्रतिनिधियों से सीधे संवाद कर और उनकी समस्याएं सुनीं। बस्तर राज परिवार के सदस्य कमलचंद भंजदेव के अनुसार, अमित शाह देश के पहले ऐसे गृहमंत्री हैं, जो मुरिया दरबार में शामिल हुए। अब तक इस रस्म में केवल राज्य के मुख्यमंत्री ही शामिल होते थे।