राष्ट्रीय मिति आश्विन 22, शक संवत 1946, आश्विन, शुक्ल, एकादशी, सोमवार, विक्रम संवत् 2081। सौर आश्विन मास प्रविष्टे 29, रबि-उल्सानी-10, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 14 अक्टूबर सन् 2024 ई। सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, शरद ऋतु। राहुकाल प्रातः 07 बजकर 30 मिनट से 09 बजे तक। एकादशी तिथि प्रातः 06 बजकर 42 मिनट तक उपरांत द्वादशी तिथि का आरंभ।
शतभिषा नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 43 मिनट तक उपरांत पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का आरंभ। गण्ड योग सायं 06 बजकर 01 मिनट तक उपरांत वृद्धि योग का आरंभ। विष्टि करण प्रातः 06 बजकर 42 मिनट तक उपरांत कौलव करण का आरंभ। चन्द्रमा दिन रात कुंभ राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार पापांकुशा एकादशी व्रत (वैष्णव), द्वादशी तिथि का क्षय।
सूर्योदय का समय 14 अक्टूबर 2024 : सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 14 अक्टूबर 2024 : शाम में 5 बजकर 53 मिनट पर।
आज का शुभ मुहूर्त 14 अक्टूबर 2024 :
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 42 मिनट से 5 बजकर 31 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 2 मिनट से 2 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि रात में 11 बजकर 42 मिनट से से 12 बजकर 32 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 5 बजकर 52 मिनट से 6 बजकर 17 मिनट तक। अमृत काल सुबह 6 बजकर 21 मिनट से 7 बजकर 47 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 14 अक्टूबर 2024 : आज द्वादशी तिथि का क्षय, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
राहुकाल सुबह में 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक। वहीं, दोपहर में 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक गुलिक काल रहेगा। सुबह में 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल दोपहर में 12 बजकर 30 मिनट से 1 बजकर 16 मिनट तक। पंचक काल पूरे दिन रहने वाला है। भद्राकाल का समय शाम में 6 बजकर 21 मिनट से 6 बजकर 41 मिनट तक।
आज का उपाय : भगवान विष्णु के 12 नामों का जप करें।