दिवाली की तारीख को लेकर है कंफ्यूजन , तो जानें कब है दिवाली 20 या 21 अक्टूबर ? देखें पांच दिन का पूरा कैलेंडर

दिवाली कब है, कब है छोटी दिवाली और धनतेरस, यह सवाल सभी के जेहन है। आपको बता दें कि दिवाली जिसे दीपावली भी कहते हैं पांच दिवसीय पर्व। जिसका आरंभ धनतेरस से होता है और इसका समापन भाईदूज से होता है। अबकी बार धनतेरस और दिवाली के डेट को लेकर कुछ स्थानों पर उलझन की स्थिति है क्योंकि कार्तिक अमावस्या तिथि दो दिन है। ऐसे में शास्त्रों के नियम के अनुसार दिवाली किस दिन मनाएंगे, आइए जानते हैं धनतेरस से भाईदूज का का पूरा कैलेंडर और मुहूर्त।
कब है धनतेरस 18 या 19 अक्टूबर 2025
धनतेरस यानी धन त्रयोदशी शास्त्रों के अनुसार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि को मनाने की परंपरा है। ऐसे में अबकी बार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर से शुरू हो रही है और त्रयोदशी तिथि 19 अक्टूबर को समाप्त हो रही है। शास्त्रों के नियम के अनुसार जिस दिन शाम के समय प्रदोष काल में कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि लगती है उस दिन धनतेरस का पर्व मनाया जाना चाहिए। इस नियम के अनुसार साल 2025 में धनतेरस 18 अक्टूबर को मनाना शास्त्र सम्मत होगा। क्योंकि 18 अक्टूबर को त्रयोदशी तिथि दोपहर में 12 बजकर 20 मिनट से लगेगी और इस दिन प्रदोष व्यापिनी रहेगी। जबकि 19 अक्टूबर को दिन में 1 बजकर 52 पर समाप्त हो जा रही है। ऐसे में खरीदारी आप 18 और 19 अक्टूबर दोनों ही दिन कर सकते हैं, लेकिन धनतेरस की पूजा 18 अक्टूबर को ही प्रदोष काल में करना शास्त्रोचित होगा।
छोटी दिवाली जिसे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाने का विधान है। अबकी बार कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि का आरंभ 19 तारीख में दोपहर में 1 बजकर 52 मिनट पर होगा। और इसका समापन ऐसे में छोटी दिवाली का पर्व 19 तारीख को मनाया जाना शास्त्र सम्मत होगा।
दिवाली कब है जानें तारीख और मुहूर्त
दिवाली का पर्व हर साल कार्तिक कृष्ण अमावस्या को मनाने की परंपरा है। अबकी बार कार्तिक कृष्ण अमावस्या तिथि का आरंभ 20 तारीख को दोपहर में 3 बजकर 45 मिनट पर होगा। और इसका समापन 21 अक्टूबर को शाम में 5 बजकर 55 मिनट पर होगा। ऐसे में दिवाली का पर्व 20अक्टूबर को मनाया जाएगा। क्योंकि 20 अक्टूबर को प्रदोष व्यापिनी और निशीथ काल व्यापिनी अमावस्या तिथि रहेगी।
गोवर्धन पूजा 2025 कब है ?
गोवर्धन अन्नकूट पूजा प्रतिपदा तिथि के दिन मनाने की परंपरा है। प्रतिपदा तिथि 21 तारीख को शाम में 5 बजकर 55 मिनट पर लगेगी और 22 तारीख को शाम में 8 बजकर 17 मिनट तक रहेगी। ऐसे में उदय तिथि के अनुसार, 22 तारीख को ही गोवर्धन पर्व मनाया जाना शास्त्र सम्मत होगा।
भाई दूज 2025 कब है
भाई दूज का पर्व कार्तिक मास की द्वितीया तिथि के दिन मनाया जाता है। 22 तारीख को रात में 8 बजकर 17 मिनट पर कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि का आरंभ होगा और 23 तारीख को रात में 10 बजकर 47 मिनट पर द्वितीया तिथि का समापन होगा। ऐसे में पंचांग की गणना के अनुसार भाई दूज पर्व 22 तारीख को ही मनाया जाना उचित होगा।