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कही-सुनी (20 OCT-24) : रायपुर दक्षिण विधानसभा में चली बृजमोहन अग्रवाल की

रवि भोई की कलम से

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट में पूर्व सांसद सुनील सोनी को भाजपा प्रत्याशी बनवाकर अपनी ताकत दिखा दी। बताते हैं रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट के लिए प्रत्याशी चयन में पूरी तरह बृजमोहन अग्रवाल की ही चली। रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से टिकट के लिए सुनील सोनी के अलावा दो दर्जन से अधिक भाजपा नेता दावेदार थे। सुनील सोनी रायपुर से निर्वाचित महापौर रह चुके हैं। चर्चा है कि बृजमोहन ने सुनील सोनी को टिकट देने की जिद पर अड़े रहे। बृजमोहन अग्रवाल रायपुर दक्षिण विधानसभा से आठ बार विधायक रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल की क्षेत्र में मजबूत पकड़ मानी जाती है। 2023 के लोकसभा चुनाव में पार्टी हाईकमान ने सुनील सोनी की टिकट काटकर बृजमोहन को सांसद का चुनाव लड़वाया था। अब कहा जा रहा है कि सुनील सोनी को चुनाव जितवाने की जिम्मेदारी भी बृजमोहन की ही होगी। कांग्रेस ने अभी रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, पर हल्ला है कि कांग्रेस प्रत्याशी भी बृजमोहन की पसंद का ही होगा। कांग्रेस कह रही है कि रायशुमारी के बाद वह प्रत्याशी तय करेगी। कांग्रेस से प्रमोद दुबे, राजीव वोरा,पारस चोपड़ा समेत कई लोगों का नाम चर्चा में है। खबर है कि कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे नामांकन फार्म भी खरीद चुके हैं।

कई आईएएस अफसरों की उड़ी नींद

कहते हैं डीएमएफ घोटाले में ट्राइबल डिपार्टमेंट की अफसर माया वारियर की गिरफ्तारी से कई आईएएस अफसरों की नींद उड़ गई है। चर्चा है कि माया की गिरफ्तारी के बाद ईडी के टारगेट में कोरबा में कलेक्टर रहे आईएएस अफसर आ सकते हैं। ईडी ने पिछले दिनों माया वारियर के साथ कोरबा कलेक्टर रही रानू साहू को भी गिरफ्तार किया। बताते हैं डीएमएफ मामले में गिरफ्तारी से आईएएस अफसरों में खलबली मची है। खबर है कि ईडी डीएमएफ मामले में दंतेवाड़ा, रायगढ़ और जांजगीर समेत कुछ अन्य जिलों के दस्तावेजों को खंगाल रही है और जानकारियां मंगा रही है। भूपेश बघेल के राज में डीएमएफ घोटाले का जिक्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया था। इस कारण माना जा रहा है कि ईडी डीएमएफ घोटाले की तह तक जाएगी।

कबीरधाम के नए एसपी छुट्टी पर ?

कबीरधाम ज़िले के लोहारडीह गांव में पिछले महीने घटी घटना के बाद पदस्थ एसपी राजेश कुमार अग्रवाल की लंबी छुट्टी पर जाने की खबर है। डीएस छवाई को प्रभारी एसपी बनाया गया है। सरकार ने सितंबर में डॉ अभिषेक पल्लव को हटाकर राजेश कुमार अग्रवाल को कमान सौंपी है। दो महीने पूरे नहीं हुए हैं और नए एसपी के छुट्टी पर जाने बात सामने आ रही है। कबीरधाम गृहमंत्री विजय शर्मा का गृह जिला है और वे वहां से विधायक भी हैं। लोहारडीह गांव की घटना को लेकर कांग्रेस ने सरकार और गृहमंत्री पर जबरदस्त दबाव बनाया था। इस मामले में कई लोग अभी जेल में हैं, तो एक व्यक्ति की पुलिस कस्टडी में मौत भी हो गई। इस घटना के बाद पुलिस पिटाई को लेकर कई वीडियो वायरल भी हुए।

सिंचाई विभाग में अजब-गजब खेल

बताते हैं छत्तीसगढ़ के महाधिवक्ता ने सिंचाई विभाग के दो कार्यपालन अभियंताओं को दंडित करने के लिए मुख्य सचिव और विभाग के सचिव को पत्र लिखा, उनमें से एक कार्यपालन अभियंता को सिंचाई विभाग ने पुरस्कृत कर दिया। उन्हें कार्यपालन अभियंता से प्रभारी अधीक्षण अभियंता बना दिया। चर्चा है कि प्रभारी अधीक्षण अभियंता बनने वाले साहब पिछली सरकार में भी खूब मलाई काटी। तब कांग्रेस राज में उन्हें तत्कालीन सिंचाई मंत्री का करीबी बताया जाता था। कहा जा रहा है कि महाधिवक्ता ने मुख्य सचिव और सचिव को पत्र लिखकर दोनों कार्यपालन अभियंताओं पर चिटिंग का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार महाधिवक्ता ने दोनों कार्यपालन अभियंता पर कार्रवाई के लिए 27 सितंबर को पत्र लिखा और जल संसाधन विभाग ने 14 अक्टूबर को उनमें से एक को नया ताज पहना दिया। है न सिंचाई विभाग का अजब-गजब खेल।

बच गए सूरजपुर एसपी

बताते हैं सूरजपुर कांड में एसपी एमआर अहिरे जाते-जाते बच गए। चर्चा है कि गृहमंत्री विजय शर्मा सूरजपुर में हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी की निर्मम हत्या के बाद एसपी को हटाने के पक्ष में थे। कहते हैं इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहमत नहीं हुए। मुख्यमंत्री ने आनन-फानन में अब कोई कदम उठाने से साफ़ मना कर दिया। सरकार ने बलौदाबाजार की घटना के बाद एसपी सदानंद कुमार और कवर्धा कांड के बाद एसपी डॉ अभिषेक पल्लव को जिले से हटा दिया था। बलौदाबाजार की घटना के बाद एसपी को हटाने पर कहा गया कि सरकार दबाव में आ गई, वहीं कवर्धा कांड में एसपी पर कार्रवाई का श्रेय कांग्रेस ले गई। सरकार अब किसी मामले में कांग्रेस को फायदा लेने नहीं देना चाहती। इस कारण रणनीतिक रूप से सरकार ने सूरजपुर एसपी पर कार्रवाई टाल दी। माना जा रहा है कि आगे नियमित ट्रांसफर में वहां का एसपी बदल दिया जाएगा।

क्या रमेश बैस भाजपा कार्यालय में बैठेंगे ?

हल्ला है कि पूर्व सांसद और पूर्व राज्यपाल रमेश बैस जल्द ही प्रदेश भाजपा कार्यालय में नियमित बैठेंगे, उन्हें कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में कमरा दिया जाएगा। कहा जा रहा है कि कमरे का निर्धारण संगठन महामंत्री पवन साय करेंगे। रमेश बैस पिछले दिनों भाजपा के सक्रिय सदस्य भी बन गए। रमेश बैस के सक्रिय राजनीति में उतरने और रायपुर दक्षिण से चुनाव लड़ने की अटकलें भी थी। माना जा रहा है कि पिछले दिनों भाजपा के कुछ नेताओं की बैस से मुलाक़ात के बाद अटकलें चल पड़ी। कहा जा रहा है कि बैस के भाजपा दफ्तर में बैठने से पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनके अनुभव का लाभ ले सकेंगे।

(लेखक पत्रिका समवेत सृजन के प्रबंध संपादक और स्वतंत्र पत्रकार हैं।)
(डिस्क्लेमर – कुछ न्यूज पोर्टल इस कालम का इस्तेमाल कर रहे हैं। सभी से आग्रह है कि तथ्यों से छेड़छाड़ न करें। कोई न्यूज पोर्टल कोई बदलाव करता है, तो लेखक उसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। )

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