कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रमा या रम्भा एकादशी कहा जाता है. यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित रहता है. इस दिन भगवान विष्णु के नाम से व्रत रखा जाता है.ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से सुख समृद्धि की वृद्धि होती है. साथ ही पुण्य फलो की प्राप्ति होती है.इस साल रामा या रम्भा एकादशी के दीन शुभ संयोग का भी निर्माण हो रहा है. जो इस एकादशी को और भी खास बनाता है. तो आईये जानते है. कब है रमा एकादशी और क्या शुभ संयोग बन रहा है?.
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष के एकादशी को रमा एकादशी कहते है. इस साल रमा एकादशी का व्रत 27अक्टूबर को रखा जाएगा. इस दिन सच्चे मन से व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा आराधना करने से बेकुंठ की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही भूलवश हुई सभी पापो और समस्याओ से मुक्ति मिलती है.
कब से शुरू हो रही है एकादशी तिथि
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि की शुरुआत 27अक्टूबर सुबह 7बजकर 39मिनट से हो रही है. इसका समापन अगले दिन 28अक्टूबर सुबह 9 बजकर 8 मिनट मे हो रहा है. उदयातिथि के अनुसार 28अक्टूबर को ही रामा या रम्भा एकादशी का व्रत रखा जाएगा. इस दिन इंद्र और ब्रह्म योग का भी निर्माण हो रहा है जो बेहद शुभ माना जाता है.
पूजा का शुभ मुहूर्त
रामा एकादशी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त 8 बजकर 11 मिनट से लेकर 9 बजकर 59 मिनट तक रहने वाला है. यह समय अमृत काल का रहने वाला है जो बेहद शुभ माना जाता है.