1876 में भारत के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की रचना की गई थी। इस गीत के रचनाकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय थें। वह एक सच्चे देशभक्त थें। क्या आप जानते हैं भारत का राष्ट्रीयगीत उनके प्रसिद्ध उपन्यास आनंगमठ का एक हिस्सा है। ये उपन्यास एक सच्ची घटना पर आधरित है। इस गीत को सर्वप्रथम रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा गाया गया था। इस गीत के पहले दो छंदों को कांग्रेस कार्य समिति द्वारा भारत के राष्ट्रीय गीत की रूप में अक्टूबर 1937 में अपनाया गया था।
इसी दिन 1858 में लाल बाल पाल के बिपिन चंद्र पाल जो की भारत के संवतंत्रता सेनानी थें उनका जन्म भी हुआ था। जिन्होंने बंगाल विभाजन का विद्रोह किया था। भारत में 7 नवंबर को कई महान हस्तियों की जन्म हुआ था और कई महान हस्तियों की पुण्यतिथि भी इस दिन होती है। इसके साथ कुछ एतिहासिक घटनाएं भी है जिसके बारे में आपको जानना चाहिए। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको आज के दिन से जुड़े हुई घटनाओं के बारे में बताएंगे।
7 नवंबर से जुड़ा इतिहास
1858- बिपिन चंद्र पाल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, लेखक, वक्ता और समाज सेवक थें। लाला बाल पाल के नाम से जाने वाली तिकड़ी के पाल वहीं थें। उनका जन्म 7 नवंबर को हुआ था। उन्होंने ब्रिटिश सरकार द्वारा बंगाल के विभाजन का विरोध भी किया था।
1862- बहादुर शाह जफर मगुल सम्राज्य के अंतिम शासक थें। उनकी मृत्यु 7 नवंबर को हुई थी।
1876- भारत का राष्ट्रीयगीत वंदे मातरम रचा गया था। इस गीत के रचयिता बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय थें। उन्होंने बंगाल के एक गांव कांतल पाड़ा में वंदे मातरम गीत की रचना की थी।
1888- भारत के भैतिक (फिजिक्स) विज्ञानी चंद्रशेखर वेंकट रमन ने प्रकाश प्रकीर्णन के क्षेत्र में काम करने के लिए जाना जाता है। उन्हें फिजिक्स में उनके योगदान के लिए 1930 में नोबेल पुरस्कार, 1954 में भारत सरकार द्वारा भारत रत्न और 1957 में लेनिन शांति पुरस्कार सहित कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उनका जन्म 7 नवंबर 1888 में हुआ था।
1923- अश्विनी कुमार दत्त एक राजनीतिज्ञ, समाज सुधारक, शिक्षाविद् और सच्चे देशभक्त थें। वह बंगाल के निवासी थें। उनकी मृत्यु 7 नवंबर को हुई थी।
1947 – श्रीलंकाई पत्रकार, ट्रेड यूनियन नेता और तमिल मूल के नेता कोंथदरामा नतेसा अय्यर जिन्होंने मुख्य रूप से 1930 में वृक्षारोपण में श्रमिक आंदोलन संचालन के लिए जाना जाता है, उनकी आज पुण्यतिथि हैं। उनकी मृत्यु 7 नवंबर 1947 में हुई थी।
1954- भारत के जाने माने अभिनेता कमल हसन जो एक अभिनेता के साथ-साथ फिल्म निर्देशक, नर्तक, स्क्रीन्राइटर, प्लेबैक सिंगर, और राजनीतिज्ञ भी हैं। उनका जन्म 7 नवंबर को हुआ तथा। उन्होंने तमिल सिनेमा के साथ कन्नड, तेलुगु, हिंदी, मलयालम और बंगाली में भी कई फिल्मे की हैं।
1960 – केवल के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता श्यामाप्रसाद का जन्म 7 नवंबर को हुआ था। वह एक फिल्म निर्माता के साथ- साथ अभिनेता और स्क्रीन्राइटर भी थें।
1971- दक्षिण भारत के त्रिविक्रम श्रीनिवास एक फिल्म निर्देशक, स्क्रीनराइटर और डायलॉग लेखक उन्होंने 12 फिल्मे बनाई हैं और 15 फिल्मों में स्टोरी और डायलॉग दिए हैं। उनका जन्म 7 नवंबर 1971 में हुआ था।
1973 – किरण राव आमीर खान की पूर्व पत्नी जो कि एक फिल्म निर्माता और स्क्रीन्राइटर भी है। उनका जन्म 7 नवंबर को हुआ था।
1978- भारतीय राजनेता और गुजरात के पहले मुख्यमंत्री जीवराज नारायण जो कि इंडियन नेशनल कांग्रेस के सदस्य थें उनकी मृत्यु 7 नवंबर को हुई थी।
1981- तमिल और तेलुगु फिल्मों का जाना माना नाम अनुष्का शेट्टी जिन्हें स्वीटी शेट्टी के नाम से भी जाना जाता है, उनका जन्म 7 नवंबर 1981 में हुआ था। दक्षिण भारत की फिल्मों की इनकी फैन फॉलोविंग अच्छी-खासी है।
2000- भारतीय राजनेता चिदंबरम सुब्रमण्यम ने वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री के तौर पर केंद्रीय कैबिनेट में कार्य किया है। उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनकी मृत्यु 7 नवंबर को हुई थी।
2000- मद्रास की पहली मेयर तारा चेरियन एक राजनीतिज्ञ के साथ भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता भी थी. उन्हें भारत सरकार से उनके द्वारा किए योगदानों के लिए पद्म भूषण पुरस्कार से 1967 नें सम्मानित किया गया था। उनकी मृत्यु 7 नंवबर को हुई थी।
2006- पहलान रतनजी पोली उमरीगर भारतीय क्रिकेटर थें। उन्होने 1955 से 1958 के बीच 8 टेस्ट मैच खेले थें। 80 साल की उम्र में 7 नवंबर 2006 में उनकी मृत्यु हुई थी। उन्होंने अपना अंतिम मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।
2006- आज से 16 साल पहले भारत और आसियान ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी (साइंस एंड टेक्नोलॉजी) के विकास के लिए एक कोष बनाने का फैसला कर सहमति जताई थी।
2016- भारतीय जनता पार्टी की सदस्य और भारतीय राजनीतिज्ञ जयवंतीबेन मेहता की मृत्यु 7 नवंबर को हुई थी। उन्होंने 10 साल तक नगरपालिका पार्षद के रूप में कार्य किया है साथ ही बीजेपी की महिला मोर्चा की प्रेसिडेंट थी।