दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16-17 नवंबर को नाइजीरिया के दौरे पर रहेंगे। इसी के साथ उनके तीन देशों के विदेश दौरे की शुरुआत हो जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी 16-17 नवंबर को अफ्रीकी देश नाइजीरिया की यात्रा के बाद ब्राजील पहुंचेंगे। जहां पीएम जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसके बाद वे गुयाना के दौरे प रहेंगे।
नाइजीरियाई राष्ट्रपति के निमंत्रण पर जा रहे नाइजीरिया
वे नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू के निमंत्रण पर पीएम मोदी नाइजीरिया का दौरा कर रहे हैं। हाल ही में विदेश मंत्रालय ने उनके दौरे के बारे में जानकारी दी थी। आर्थिक संबंध सचिव दम्मू रवि ने एक बयान में कहा कि भारत की ओर से यह यात्रा 17 साल के अंतराल के बाद हो रही है।
नाइजीरिया में 17 साल के बाद पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री
विदेश मंत्रालय ने बताया कि पीएम मोदी की नाइजीरिया यात्रा कई मायनों में खास है क्योंकि 17 साल के बाद पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस अफ्रीकी देश के दौरे पर आ रहा है। इससे पहले, अक्तूबर 2007 में मनमोहन सिंह ने नाइजीरिया की यात्रा की थी। इस दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी स्थापित हुई थी।
कल होगा राष्ट्रपति विला में स्वागत
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में 17 नवंबर को राष्ट्रपति विला में उनका स्वागत किया जाएगा। इसके बाद वह राष्ट्रपति टीनूबू के साथ अकेले में बैठक करेंगे और फिर प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में द्विपक्षीय संबंधों और इसके सभी पहलुओं की समीक्षा की जाएगी।
ब्राजील और गुयाना का भी करेंगे दौरा
नाइजीरिया के बाद पीएम मोदी 8-19 नवंबर को ब्राजील पहुंचेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी 19-21 नवंबर तक दक्षिण अमेरिकी देश गुयाना की राजकीय यात्रा पर रहेंगे। पीएम मोदी की गुयाना यात्रा इस मायने में खास है क्योंकि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 1968 के बाद यह पहली यात्रा होगी।
ब्राजील में मिल सकते हैं मोदी-जिनपिंग
रूस में ब्रिक्स की बैठक के एक महीने से भी कम अंतराल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से दोबारा मुलाकात ब्राजील में हो सकती है। दोनों नेता जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर एक और बैठक कर सकते हैं। सरकारी सूत्रों का कहना है कि दोनों ही ओर से शिखर सम्मेलन के इतर मुलाकात की संभावना तलाशी जा रही है।
बाइडन से भी मिलेंगे मोदी
जी-20 सम्मेलन के इतर मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से भी मुलाकात होगी। चूंकि अमेरिका में सत्ता परिवर्तन हुआ है और जनवरी में बाइडन की जगह डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की कमान संभालेंगे, ऐसे में इस द्विपक्षीय मुलाकात के संदर्भ में कोई खास कूटनीतिक हलचल नहीं है। सरकारी सूत्र का कहना है कि कई अहम मुद्दों पर ट्रंप का बाइडन के इतर रुख रहा है, इसलिए कोई भी देश किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए नई सरकार के आने का इंतजार करेगा।