मोर दाई मोर पेड़: हरियाली दीदी की नई पहल,एक फलदार पेड़ मोर दाई के नाव जन जागरूकता अभियान –
रायपुर। इस अभियान के तहत आज टाटीबंध निवासी राधे श्याम साहू पूर्व कार्यपालन यंत्री विद्युत विभाग के निज निवास के छत में आम का पौधा रोपण उनकी पत्नी श्रीमती प्रेम लता साहू ने अपनी मां के नाम किया गया l उन्होंने बताया कि हरियाली दीदी श्रीमती पुष्पा साहू के द्वारा प्रारंभ किए गए इस अभियान की जानकारी होने पर मुझे अपने मां के नाम एक फलदार पौधा लगाने का विचार आया और मैंने उनसे अनुरोध किया कि कृपया मुझे उचित मार्गदर्शन प्रदान करें ताकि मैं फलदार पौधे का रोपण वैज्ञानिक तरीके से कर सकूं l जैविक रूप से किस प्रकार आम के वृक्ष से फल प्राप्त कर सकूं इसकी पूरी तकनीकी जानकारी मुझे प्रदान करें l मैं आज अत्यंत प्रसन्न हूं कि मैं अपनी मां के पसंदीदा फल आम का पौधा अपने घर के छत में लगाया है l
मेरा अनुरोध है कि जिस प्रकार हम अपनी मां को अत्यधिक प्रेम करते हैं एवं उसे अपने पास ही रखना चाहते हैं तो क्यों ना उनके याद में लगाए गए पौधे को भी घर में ही लगाया जाए ताकि उसका सही देखभाल और सुरक्षा हो सके l
मुझे इस बात की खुशी है कि मेरे पति श्री साहू जी ने अत्यंत खुशी पूर्वक मुझे इस कार्य को करने की अनुमति प्रदान की और मुझे शुभ अवसर प्राप्त हुआ.
मैं आम शहरी एवं कस्बा के लोगों को जिनके पास घर में फलदार पौधा लगाने की जमीन उपलब्ध नहीं हो तो वह अपने बालकनी या अपने छत में अपनी मां की याद में एक फलदा l पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण एवं माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी की एक पेड़ मां के नाम अभियान को सफल बनाने के लिए आगे आए .
श्रीमती पुष्पा साहू ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि आज मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि श्रीमती प्रेमलता साहू जो अपने छत में बहुत सुंदर तरीके से सब्जियों की खेती कर रही थी खासकर गुहार बाजी भी लगाई थी लगाई हुई है वह आज अपनी मां के याद में अपने छत में आम की अरूणिका किम को लगाई है मैं अत्यंत प्रसन्न हूं और उम्मीद करती हूं कि उनके रिश्ते नाते एवं जान पहचान के लोग पड़ोसी वे सभी अपने मन की याद में एक फलदार पेड़ अपने घर में अवश्य रपति करेंगे l
राधेश्याम साहू जी ने कहा कि मैं अपने जीवन में हजारों की संख्या में पौधा लगाया हूं और अभी भी अपने गांव रीवा लखोली लखोली में प्रतिवर्ष अपने पिता श्री हीरामन गोटिया की याद में हीरामन गोटिया पर्यावरण मित्र मंडल का गठन कर हर साल पौधे लगता हूं जिसमें पीपल, सागौन नीम पौधे गांव के तालाब के पार में लगाता हूं और इस कार्य में मुझे अन्य जो ग्राम वासी है उनका भरपूर सहयोग मिलता है l मैं भी अपने मां के याद में अपने घर में एक फलदार पौधा आने वाले समय में लगाऊंगा और इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए मैं सतत प्रयत्नशील रहूंगा l





