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छत्‍तीसगढ़ में भी दिखेगा चक्रवात का असर: करवट लेगा मौसम, ठंड के बीच इन इलाकों में बारिश का अलर्ट, जानें IMD का लेटेस्‍ट अपडेट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में ठंड ने पूरी तरह से अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. कई जिले शीतलहर की चपेट में है। इसके बीच मौसम एक बार फिर से करवट बदल रहा है। दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में अवदाब की स्थिति बनने से बारिश होने के आसार बन रहे हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार शुक्रवार को प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है, जबकि एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।

वहीं, राजधानी में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। हालांकि इसका असर अधिकतम तापमान पर नहीं पड़ेगा, लेकिन न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री की बढ़ोतरी के आसार बन रहे हैं। इसी बीच गुरुवार को प्रदेश में मौसम शुष्क रहा। प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस दंतेवाड़ा में, जबकि न्यूतनम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में दर्ज किया गया।

एक गहरा अवदाब दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है, लगातार उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके और अधिक प्रबल होने की संभावना है। उसके बाद इसके लगातार उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए, श्रीलंका तट को छुते हुए तमिलनाडु तट के पास पहुंचने की संभावना है। इसकी वजह से दक्षिणी छत्तीसगढ़ से 30 नवंबर से वर्षा का दौर शुरू हाेने की संभावनाएं बन रही हैं।

अवदाब के बनने की वजह से प्रदेश के दक्षिणी भाग में वातावरण के मध्य स्तर पर नमी की आगमन के कारण हल्के बादल छाए हुए हैं तथा न्यूनतम तापमान में लगातार वृद्धि होने की संभावना है। इसी बीच प्रदेश के उत्तरी भाग में न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना है। प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।

इन जिलों में बदला स्कूलों का समय

प्रदेश के बलरामपुर और मनेंद्रगढ़ सहित कई जिलों में ठंड बढ़ने के कारण स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। हालांकि, राजधानी रायपुर में शीतलहर का इंतजार हो रहा है। जिन स्कूलों में कक्षाएं दो पालियों में संचालित होती हैं, वहां छोटे बच्चों की कक्षाएं सुबह की पाली में और बड़े बच्चों की कक्षाएं दोपहर की पाली में आयोजित की जा रही हैं।अधिक दूरी वाले स्कूलों के छात्र सुबह 6-6:30 बजे घर से निकलने को मजबूर हैं, जिससे उन्हें कड़कड़ाती ठंड का सामना करना पड़ रहा है।

 

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