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आज पुडुचेरी-तमिलनाडु से टकराएगा फेंगल, 90kmph की रफ्तार से चलेंगी हवाएं; स्कूल-कॉलेज बंद

दिल्ली। देशभर में एक ओर जहां ठंड पैर पसार रही है। वहीं, दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी में बना एक डिप्रेशन फेंगल नामक चक्रवाती तूफान का रूप लेने जा रहा है। कहा जा रहा कि बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान फेंगल शनिवार दोपहर पुडुचेरी के पास तट से टकरा सकता है। हालांकि, इससे पहले ही फेंगल के असर से मौसम बदलने लगा है। इसके कारण समुद्री तट पर उथल-पुथल साफ तौर पर देखने को मिल रही है। तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई हिस्सों में बारिश हो रही है। समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगी हैं। मौसम विभाग ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। मौसम विभाग के मुताबिक फेंगल के असर के कारण हवाओं की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है।

चक्रवात ‘फेंगल’ के चलते कासिमेदु इलाके में समुद्र में हाई टाइड और तेज हवाएं देखने को मिली। उत्तरी चेन्नई में तेज बारिश हुई।

हवा की गति 70-80 किमी प्रति घंटे से लेकर 90 किमी प्रति घंटे तक होगी
आईएमडी के अनुसार, चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में अक्षांश 11.8°N और देशांतर 81.7°E के पास चेन्नई से लगभग 210 किमी दक्षिण-पूर्व में मौजूद है। यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और 30 नवंबर की दोपहर को चक्रवाती तूफान के रूप में पुडुचेरी के पास कराईकल और महाबलीपुरम के बीच उत्तर तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों को पार करेगा, जिसकी हवा की गति 70-80 किमी प्रति घंटे से लेकर 90 किमी प्रति घंटे तक होगी।

तमिलनाडु सरकार का क्या कहना?
तमिलनाडु सरकार ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद करीब चार हजार नावें समुद्र से वापस लौट आई हैं। जिलों में नावें, जनरेटर, मोटर पंप और अन्य सभी आवश्यक मशीनरी और उपकरण तैयार हैं। निजी कंपनियों से उनके कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहने को कहा गया है। साथ ही समुद्र तट के नजदीकी सड़कों पर आवाजाही बंद कर दी गई है। जरूरत के हिसाब से एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।

तूफान से निपटने की क्या है तैयारी?
पूर्वी नौसेना कमान ने अपना डिजास्टर रिस्पॉन्स सिस्टम एक्टिव कर दिया है। गाड़ियों को भोजन, पीने के पानी और दवाओं सहित जरूरी राहत सामग्री से भरा जा रहा है। बाढ़ संभावित इलाकों में फ्लड रिस्पॉन्स टीमें तैनात की हैं। वहीं, तमिलनाडु ने इमरजेंसी से निपटने के लिए दो टोल-फ्री नंबर 112 और 1077 जारी किए हैं। साथ ही एक व्हाट्स ऐप नंबर 9488981070 भी जारी किया गया है। राज्य ने करीब दो हजार राहत शिविर तैयार किए हैं। तिरुवरुर और नागपट्टनम जिलों के 6 राहत केंद्रों में 164 परिवारों के कुल 471 लोगों को ठहराया गया है।

तमिलनाडु में तूफान का सबसे ज्यादा असर
तूफान का सबसे ज्यादा असर तमिलनाडु पर पड़ रहा है। भारी बारिश की वजह से राज्य में धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। नागपट्टिनम जिले में करीब 800 एकड़ से ज्यादा की फसल पूरी तरह से जलमग्न हो गई है। इसके अलावा कामेश्वरम, विरुंधमावडी, पुडुपल्ली, वेद्रप्पु, वनमादेवी, वल्लपल्लम, कल्लिमेडु, ईरावायल और चेम्बोडी जिले भी तूफान की चपेट में हैं। चेन्नई और उसके आसपास के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। राज्य के भीतरी इलाकों में 3 दिसंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है।

सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे
सभी स्कूल और कॉलेज शनिवार को बंद रहेंगे। लोगों को भी घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। हालांकि, 28 नवंबर से ही समुद्र तटीय इलाकों में बारिश और तेज हवा की शुरुआत के साथ तूफान का असर दिखने लगा था।

90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान
बंगाल की खाड़ी से उठा फेंगल तूफान शनिवार शाम तक पुडुचेरी के कराईकल और तमिलनाडु के महाबलीपुरम जिले के बीच समुद्र तट से टकराएगा। मौसम विभाग ने इस दौरान 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान जताया है। तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ इलाकों में भारी बारिश की भी आशंका है।

 

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