गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एक बेहद चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां 17 वर्षीय किशोर ने अपनी मां की जान ले ली। घटना उस समय हुई जब आरती देवी वर्मा जोकि एक गृहिणी थीं अपने 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले बेटे अमन को सुबह स्कूल जाने के लिए जगाने की कोशिश कर रही थीं। अमन स्कूल जाने को लेकर नाराज था और गुस्से में आकर उसने अपनी मां को धक्का दे दिया। धक्का लगने से आरती का सिर दीवार से टकराया जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
कई दिन तक शव के साथ घर में रहा बेटा
मां की मौत के बाद अमन ने घर के सीसीटीवी कैमरों का कनेक्शन काट दिया और घर का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। कई दिन तक वह अपनी मां के शव के साथ घर में ही रहा। शव के सड़ने और बदबू फैलने के बाद उसने उस गंध को छुपाने के लिए अगरबत्ती जलाकर इसकी कोशिश की। पांचवे दिन जब वह घर से बाहर निकला तो वह पास के मंदिर में जाकर बैठ गया।
घटना का खुलासा कैसे हुआ
आरती के पति राम मिलन जोकि चेन्नई में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) में वैज्ञानिक हैं ने कई बार अपनी पत्नी को कॉल किया लेकिन जब उन्हें जवाब नहीं मिला तो उन्होंने अपनी साली ज्ञांती देवी को घर जाकर देखने के लिए कहा। जब ज्ञांती घर पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था और घर से तेज बदबू आ रही थी। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उन्होंने दरवाजा तोड़ा और आरती का खून से सना शव बरामद किया।
CCTV फुटेज से खुली सच्चाई
शुरुआत में अमन ने पुलिस से यह झूठ बोला कि उसकी मां की मौत गलती से गिरने के कारण हुई थी। लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और खून के धब्बों की जांच की जिससे यह साबित हो गया कि घटना में कोई बाहरी व्यक्ति शामिल नहीं था। पूछताछ के दौरान अमन ने सच्चाई उगल दी और स्वीकार किया कि गुस्से में आकर उसने अपनी मां को धक्का दिया जिसके कारण उनकी मौत हो गई।
बता दें जोकि यह घटना गोरखपुर में चर्चा का विषय बन गई है और इसने समाज में एक बड़ा सवाल खड़ा किया है कि किस तरह से गुस्से और झगड़े के कारण इतना खौफनाक हादसा हो सकता है।