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सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने डिजिटल मार्केटिंग एवं मार्केट लिंकज विषय पर किया कार्यशाला का आयोजन

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रायपुर।सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME), भारत सरकार की RAMP योजना के तहत डिजिटल मार्केटिंग एवं मार्केट लिंकज विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शनिवार को पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI), छत्तीसगढ़ स्टेट चैप्टर द्वारा, छत्तीसगढ़ स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (CSIDC) के सहयोग से किया गया।

पीएचडीसीसीआई छत्तीसगढ़ स्टेट चैप्टर के सह-अध्यक्ष श्री प्रतीक सिंह ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने सभी प्रतिभागियों, वक्ताओं और विशिष्ट अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम MSMEs को बदलते व्यावसायिक परिवेश में प्रतिस्पर्धी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, विशेषकर तब जब डिजिटल प्लेटफॉर्म और ई-कॉमर्स बाजार विस्तार में अहम योगदान दे रहे हैं।

सुश्री कचीता दर्रो, प्रबंधक, CSIDC ने कार्यशाला के दौरान RAMP योजना का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।

एम. एम. सिन्हा, उप महाप्रबंधक , NSIC ने MSMEs को बाजार तक बेहतर पहुंच प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने विशेष रूप से MSE-TEAM योजना (ई-कॉमर्स, ट्रेड और एक्ज़िबिशन असिस्टेंस मेकैनिज़्म के माध्यम से MSMEs को बाजार समर्थन) पर प्रकाश डाला, जिसका उद्देश्य माइक्रो और स्मॉल एंटरप्राइज़ेज की डिजिटल बाजारों में उपस्थिति बढ़ाना है।

राकेश तिवारी, जीईएम (Government e-Marketplace) ट्रेनर ने GeM पोर्टल पर प्रस्तुति दी और MSMEs के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया एवं सरकारी खरीद के अवसरों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।

राम खंडेलवाल, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र (DIC), रायपुर ने छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक विकास नीति पर विस्तृत जानकारी दी, जिसमें MSMEs के लिए उपलब्ध प्रोत्साहन और समर्थन को रेखांकित किया गया।
अजय कुमार, सहायक निदेशक, MSME DFO, भारत सरकार ने बताया कि यह पहल MSMEs को सशक्त बनाने की दिशा में केंद्र सरकार के प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य स्थानीय उद्यमों को डिजिटल और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए आवश्यक उपकरण और ज्ञान प्रदान करना है।

हेमंत झा, ZED एक्सपर्ट (Zero Defect Zero Effect) ने MSMEs के लिए गुणवत्ता सुधार और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादन से जुड़े प्रमाणन कार्यक्रम की जानकारी दी।

कार्यक्रम का समापन पीएचडीसीसीआई, छत्तीसगढ़ स्टेट चैप्टर के रेज़िडेंट डायरेक्टर सुमित दुबे द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।