आज दिन सोमवार है और ये दिन शंकर भगवान को समर्पित होता है. खास बात ये है कि आज ही के दिन शिव जी के बड़े पुत्र भगवान कार्तिकेय की भी पूजा की जाएगी. ऐसा इसलिए, क्योंकि आज चंपा षष्ठी है. चंपा षष्ठी का व्रत मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को रखा जाता है. इस दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा करने का विधान है. जो लोग विधि अनुसार पूजा करते हैं, व्रत रखते हैं, उनके सभी दुख-दर्द, कष्ट दूर हो सकते हैं. पाप मिटते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन शंकर जी के खंडोबा स्वरूप की पूजा लोग करते हैं. हालांकि, ये पर्व मुख्य रूप से महाराष्ट्र में अधिक मनाया जाता है.
0 पूजा करने के लिए सुबह उठकर स्नान कर लें, साफ वस्त्र धारण करें और विधि पूर्वक पूजा की शुरुआत करें.
0 आज के दिन आप शंकर भगवान की पूजा करें. पूजा स्थल पर शिव जी और मां पार्वती की मूर्ति या तस्वीर रखें.
0 शुद्ध जल चढ़ाएं. शिव लिंग पर जल या दूध से अभिषेक करें. शिव जी की पसंदीदा चीजें जैसे सुपारी, शहद, दूध, बेलपत्र, भस्म आदि चढ़ाएं. दीपक, धूप जलाएं.
0 शिव मंत्रों का उच्चारण करते रहें. सोमवार व्रत कथा का पाठ करें. आरती करें. नियमित रूप से सोमवार का व्रत करने, शिव जी की पूजा करने से घर और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है.
0 भोलेनाथ अपने भक्तों से प्रसन्न रहते हैं. उन पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं.
18 दिसंबर 2023 का पंचांग
आज की तिथि- शुक्ल षष्ठी
आज नक्षत्र – शतभिषा
आज का करण – तैतिल
आज का पक्ष – शुक्ल पक्ष
आज का योग- वज्र 09:19:44 PM तक
आज का दिन- सोमवार
चंद्र राशि – कुम्भ
ऋतु – हेमंत