रविवार के दिन स्नान आदि से निवृत होकर भगवान भास्कर की पूजा करने का विधान है. सूर्य की पूजा करने से आपका भाग्य चमक सकता है. 31 दिसंबर को पौष माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि, मघा नक्षत्र, प्रीति योग, कौलव करण, रविवार दिन और पश्चिम का दिशाशूल है. रविवार के दिन व्रत रखकर सूर्य देव की पूजा करने से घर धन-धान्य से भरा रहता है. चर्म रोग से भी मुक्ति मिलती है. कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है. इससे पिता के साथ संबंध मजबूत होता है. आपको कार्य में पिता का सहयोग प्राप्त होता है. यदि राजनीति से जुड़े हैं तो कुंडली में आपका सूर्य मजबूत होना चाहिए, तभी आपको कोई बड़ा पद मिल सकता है. यदि सूर्य उच्च का नहीं है तो बहुत संघर्ष करना पड़ता है.
० रविवार को स्नान के बाद स्वयं लाल रंग के वस्त्र पहन लें. उसके बाद तांबे के लोटे में पानी भर लें.
० उसमें लाल चंदन, गुड़ और लाल फूल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें.
० उस दौरान सूर्य मंत्र का जाप करना उत्तम रहेगा. फिर सूर्य चालीसा और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.
० यदि समय हो तो सूर्य के मंत्र ओम ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम: का 28 हजार बार जाप करें.
० चाहें तो सूर्य को मजबूत करने के लिए 3 से 4 रत्ती का माणिक्य धारण कर सकते हैं. दान करने से भी ग्रहों का दुष्प्रभाव दूर होता है.
० रविवार को पूजा करने के बाद सूर्य कृपा के लिए किसी गरीब ब्राह्मण को केसर, लाल कपड़ा, लाल चंदन, घी, गुड़, तांबा, गेंहू आदि का दान कर सकते हैं.
० जो लोग रविवार का व्रत रखते हैं, उनको रविवार व्रत कथा सुननी चाहिए. व्रती को नमक का सेवन नहीं करना चाहिए.
० आप भोजन करेंगे तो लाभ होगा. 31 दिसंबर का दिन रुद्राभिषेक के लिए अच्छा है, पूरे दिन शिववास है. आइए वैदिक पंचांग से जानते हैं शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, दिशाशूल, राहुकाल आदि.
31 दिसंबर 2023 का पंचांग
आज की तिथि- पौष कृष्ण पंचमी
आज नक्षत्र – मघा
आज का करण – कौलव
आज का पक्ष – कृष्ण पक्ष
आज का योग- प्रीति, कल सुबह 03:27:13 एएम तक
आज का दिन- रविवार
चंद्र राशि – सिंह
ऋतु – हेमंत