नए साल 2025 का पहला सप्ताह व्रत त्योहार की लिहाज से बेहद शुभ रहने वाला है। दरअसल इस सप्ताह की शुरुआत सोमवती अमावस्या से प्रारंभ हो रही है, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और पितरों को पिंडदान और तर्पण अर्पित किया जाता है। नए साल में वैनायकी गणेश चतुर्थी व्रत, अन्नरूपा षष्ठी व्रत आदि कई प्रमुख व्रत त्योहार भी किए जाएंगे। व्रत त्योहार के साथ इस सप्ताह बुध का धनु राशि में गोचर। आइए जानते हैं नए साल 2025 के पहले सप्ताह में पड़ने वाले प्रमुख व्रत त्योहार के बारे में…
पौष मास शुक्ल पक्ष द्वितीया (1 जनवरी, 2025 बुधवार)
हिंदू पंचांग के आधार पर यह पौष मास चल रहा है। लेकिन ईसाई धर्म के आधार पर वर्ष का पहला दिन प्रारंभ हुआ है। नव वर्ष 2025 प्रारंभ हुआ है। साथ ही नया साल नए कैलेंडर वर्ष की शुरुआत का प्रतीक होता है। इस दिन घरों में नए नए पकवान बनाए जाते हैं और एक दूसरे को बधाई भी देते हैं।
वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत (3 जनवरी, शुक्रवार)
हिंदू पंचांग के आधार पर पौष मास के शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत है। इस दिन गणेश को विशेष खुश रखने के लिए यह व्रत किया जाता है। इस व्रत के करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और कार्यों में आ रही अड़चन व विघ्न भी भगवान गणेश के आशीर्वाद से दूर होता है। संयोग से इस दिन दोपहर 12:06 बजे से पंचक भी प्रारंभ हो जाएगा। इस दिन दोपहर 1:21 बजे से रात 12:37 तक भद्रा रहेगा, जो शुभ नहीं माना जाता है।
अन्नरूपा षष्ठी व्रत (5 जनवरी, रविवार)
पौष मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को अन्नरूपा षष्ठी व्रत किया जाता है। यह व्रत बंगाल में विशेष लाभदायक माना जाता है, विशेष लोग इस व्रत को करते हैं। माता अन्नपूर्णा को समर्पित यह दिन काफी शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अन्नरूपा षष्ठी व्रत करने से घर में धन धान्य की कमी नहीं होती है और माता अन्नरूपा का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।