नेशनल डेस्क। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सुरक्षा में सेंधमारी हुई है। मुख्यमंत्री के कालीघाट स्थित आवास में घुसने की कोशिश के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने बताया कि व्यक्ति ने काला कोट पहन रखा था और उसकी पहचान नूर आलम के तौर पर हुई है। युवक की तलाशी लेने पर उसके पास से चाकू और असलहा बरामद हुआ है।
घटना के वक्त ममता बनर्जी अपने आवास पर ही थीं। गोयल ने कहा, ‘‘व्यक्ति ने हथियार, एक खुखरी, गांजा और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) एवं अन्य विभिन्न एजेंसियों के कई पहचान पत्र रखे थे। वह मुख्यमंत्री से मिलना चाहता था। यह एक गंभीर मुद्दा है। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उसकी वास्तविक मंशा क्या थी।” उसकी कार जब्त कर ली गई है। गोयल ने बताया कि व्यक्ति बेतुकी बातें कर रहा है। घटना कोलकाता के मध्य में ‘शहीद दिवस’ रैली स्थल के लिए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो के अपने कालीघाट स्थित आवास से रवाना होने से कुछ घंटे पहले हुई। उसकी कार में हथियार भी मिले हैं।
तृणमूल कांग्रेस आज मना रही शहीद दिवस
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शुक्रवार को उन 13 बहादुर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने लोकतांत्रिक अधिकारों को बनाए रखने के लिए विरोध प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गंवा दी थी। पार्टी ने ट्विटर पर कहा, ‘‘तीन दशक पहले, 21 जुलाई 1993 में उन 13 निडर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लोकतंत्र के लोकाचार को बनाए रखने के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।” गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस हर साल आज के दिन उन 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की याद में शहीद दिवस मनाती है, जिनकी 21 जुलाई, 1993 को ममता बनर्जी के नेतृत्व में कोलकाता में राज्य सचिवालय मार्च के दौरान पुलिस की फायरिंग में मौत हो गयी थी। ममता उस समय कांग्रेस में थीं और उस वक्त राज्य में वाममोर्चा का शासन था।