अब तक आपने देश दुनिया कई ऐसे प्राचीन मंदिरों की कहानी देखी या सुनी होगी, जहां कुछ न कुछ चमत्कारी घटनाएं होती रहती है. ऐसे में आज हम आपको छत्तीसगढ़ के एक ऐसे प्राचीन शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर आप भी आश्चर्यचकित हो जाएंगे, क्योंकि इस शिवलिंग से हमेशा सुंगध निकलती रहती है. इतना ही नहीं इस शिवलिंग से अलग-अलग समय पर अलग-अलग खुशबू आती है. इसे लोग गंधेश्वर महादेव के नाम से जानते हैं. आइए जानते हैं कि आखिर क्या है इस शिवलिंग का इतिहास और क्या है रहस्य ?
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों के बारे में तो सभी जानते है, लेकिन क्या किसी को पता है कि भगवान शिव का एक ऐसा भी शिवलिंग है. जो अलग-अलग खुशबुओं से सुगंधित होता रहता है. दरअसल भगवान शिव का यह मंदिर छत्तीसगढ़ के पुरातात्विक नगरी सिरपुर, जो राजधानी रायपुर से सड़क मार्ग के रास्ते 85 किलोमिटर और महासमुंद जिला मुख्यालय से 40 किलो मीटर दूर स्थित है. सिरपुर जिसे पुरातन समय का बौद्ध नगरी कहा जाता है. जिसे भगवान शिव की महिमा को देखते हुए छत्तीसगढ़ का बाबा धाम भी कहा जाता है.
पुरातात्विक धरोहरों को देखते हुए छत्तीसगढ़ की पुरातात्विक नगरी के नाम से भी जानते हैं. इसी सिरपुर में महानदी के तट पर स्थित है भगवान शिव का वो अद्भूत शिवलिंग. जिसे भगवान गंधेश्वर के नाम से जाना जाता है. सिरपुर में महानदी के तट के किनारे मनोरम दृश्य के साथ भगवान गंधेश्वर विराजमान है. भगवान शिव के इस अद्भूत शिवलिंग से निकलने वाली खुशबू समय के साथ बेशक विलुप्त हो रही है. लेकिन गर्भ गृह में भगवान शिव का शिवलिंग जहां स्थापित है. और जिसे भगवान गंधेश्वर के नाम से पुकारा जाता है.
भगवान की इस महिमा का आभास स्वतः आपको होगा, क्योंकि शिवलिंग को स्पर्श करने के बाद आपके हाथों में एक अजीब सी खुशबू का आपको एहसास होगा. जानकार बताते हैं. कभी यहां से निकलने वाली गंध पूरे इलाके में महसूस किया जा सकता था. जानकार ये भी बताते है. कि अभी भी यहां कभी-कभी तुलसी, चंदन और अनेक प्रकार का गंध महसूस किया जा सकता है.