नेशनल न्यूज़। अयोध्या के राम लला मंदिर में अखंड ज्योति जलाने और महायज्ञ करने के लिए जोधपुर से लगभग 600 किलोग्राम घी (देसी घी) भेजा गया है। जोधपुर की एक गौशाला से भेजे गए देसी गाय के घी का उपयोग विशेष रूप से राम लला मंदिर में भगवान श्री राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान होने वाले महायज्ञ और आरती के लिए किया जाएगा। जनवरी 2024 में होने वाले भगवान श्री राम के अभिषेक समारोह की विशेष पूजा के लिए 6 क्विंटल घी भेजा गया था।हालांकि, राजस्थान के जोधपुर की महर्षि संदीपन बनार गौशाला से 27 नवंबर को घी के कलश धार्मिक नगरी अयोध्या के लिए भेजे गए थे। देशी घी के 108 कलशों को 5 बैलों के साथ रथों में रखकर रवाना किया गया। दृश्यों में बच्चों को ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए दिखाया गया है क्योंकि रथ उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर की ओर बढ़ रहे थे।
जोधपुर से भगवान राम लला के शुभ महायज्ञ के लिए पहुंचाया जा रहा 6 क्विंटल घी: पुजारी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, न्यूज एजेंसी से बात करते हुए एक पुजारी ने कहा कि राजस्थान के जोधपुर में बनार गौशाला से भगवान राम लला के शुभ महायज्ञ के लिए 6 क्विंटल घी पहुंचाया जा रहा है। हम 27 नवंबर को अयोध्या के लिए रवाना हुए और भगवान श्री राम के महायज्ञ एवं आरती का शुभारम्भ से पहले पवित्र शहर अयोध्या पहुंचने की कोशिश करेंगे। मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई संतों के साथ प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेंगे।
ऐतिहासिक महोत्सव में देश-दुनिया की कई हस्तियां लेंगी हिस्सा
आपको बता दें कि अदालत के फैसले के बाद एक भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए राम जन्मभूमि के पीठासीन देवता राम लल्ला को लगभग 28 वर्षों के बाद इस साल मार्च में अस्थायी मंदिर के गर्भगृह से स्थानांतरित कर दिया गया था। इस समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाग लिया। राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन इसी साल अगस्त में प्रधानमंत्री द्वारा अयोध्या में किया गया था। भक्तों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन का बेसब्री से इंतजार है जब भगवान श्री राम कुटिया से निकलकर भव्य राम मंदिर में प्रवेश करेंगे। जनवरी में होने वाले इस ऐतिहासिक महोत्सव में देश-दुनिया की कई हस्तियां हिस्सा लेंगी।