गरियाबंद। जिले की सहकारी समिति खोखमा पंजीयन क्रमांक 54 अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खोखमा , सिहारलाटी, मदांगमुड़ा , फरसरा, डुमाघाट ,बुडगेलटप्पा,सराईपानी, सागड़ा, भेंसमुडी,उसरीजोर ,गोड़ियारी के किसान लगातार स्थानीय प्रशासन से क्षेत्र को सुखा अकाल घोषित कर कर्ज माफी एवं क्षतिपूर्ति राशि की मांग करते आ रहे हैं। इस क्षेत्र के किसानों के अनुसार इस खरीफ सीजन कम वर्षा होने के कारण उनकी धान की फसल चौपट हो चुकी है। जिससे उन्हें अब आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में कांदाडोंगर कुलेश्वरी दाई किसान संघर्ष समिति खोखमा धुर्वागुड़ी तहसील अमलिपदर के अध्यक्ष चित्रसेन नागेश ने बताया कि वर्षा ऋतु के दौरान ही 4 सितम्बर 2023 से हम तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक अपनी परेशानी व मांग लिखित में रख रहे हैं किंतु अब तक कोई निष्कर्ष नही निकला है। इधर शासन द्वारा 1 नवम्बर से धान खरीदी की जा रही है , किसानों को धान विक्रय की राशि भी उनके बैंक खाते में मिल रही है , किन्तु जिन किसानों की फसल नष्ट हो गई उन्हें कर्ज को लेकर परेशानी हो रही है , इसके साथ ही आने वाले दिनों में खेती किसानी कार्य के लिए भी बीज खाद की आवश्यकता होगी। इस परिस्थिति में खोखमा समिति के अंतर्गत आने वाले उपरोक्त गांव के किसानों ने पुनः तहसीलदार अमलिपदर के समक्ष 20 दिसम्बर को अपनी मांग रखी है। इस क्षेत्र के किसानों ने अविलम्ब फसल क्षतिपूती राशि , कर्ज माफी तथा आगमी फसल के लिये खाद बीज की मांग रखी है।