चंडीगढ़।एक तरफ लोकसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल और भाजपा में दोबारा से समझौता होने की चर्चाएं तेज है। वहीं, शिरोमणि अकाली दल की साझेदार बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने उससे नाता तोड़ लिया है।
बसपा लीडरशिप के वर्करों को अकाली दल के नेताओं से दूरी बनाने के आदेश दिए है। साथ ही अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। चंडीगढ़ में हुई बसपा की सूबा इकाली की मीटिंग में इस मुद्दे पर मंथन हुआ। इसमें बसपा कमेटी के जिम्मेदार मैंबरों ने हिस्सा लिया।
मीटिंग में बसपा के केंद्रीय को ऑर्डिनेटर पंजाब, चंडीगढ़ हरियाणा इंचार्ज रणधीर सिंह बैनीपाल मुख्य रूप से मौजूद रहे। 4 घंटे तक चली मीटिंग में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि शिअद बसपा को लगातार नजरअंदाज करते हुए भारतीय जनता पार्टी से गठजोड़ कर रही है, ऐसे में अब एक साथ रहने का कोई सवाल नहीं है।