बदायूं। बदायूं में दो मासूम बच्चों की हत्या के आरोपी साजिद के एनकाउंटर की मजिस्ट्रियल जांच होगी। डीएम मनोज कुमार ने एनकाउंटर की मजिस्ट्रेट जांच के लिए आदेश दिए हैं। डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट से जांच कर 15 दिन में जांच आख्या मांगी है। उधर, इस हत्याकांड में नामजद साजिद के भाई जावेद का अब तक कोई पता नहीं चला है। उसकी तलाश में पुलिस की चार टीमें लगी हुई हैं।
मठभेड़ में साजिद को लगी थीं तीन गोलियां
पुलिस मुठभेड़ में मारे गए साजिद के शव का पोस्टमार्टम बुधवार को कराया गया। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में साजिद को तीन गोलियां लगी थी। दो गोली उसके सीने में लगी हैं और एक गोली उसके पेट में साइड में लगी है। मुख्य हत्यारोपी के पोस्टमार्टम के दौरान पुलिस पीएससी मौजूद रही। उसके शव को पुलिस की सुरक्षा में ही गांव सखानू ले जाया गया। बताया जा रहा है कि सखानू के कब्रिस्तान में उसकी कब्र खोदी गई। वहीं उसके शव को दफन किया गया।
आरोपी साजिद अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा सखानू का रहने वाला था। उसकी दुकान बाबा कॉलोनी निवासी ठेकेदार विनोद ठाकुर के घर के सामने सड़क के दूसरी ओर है। वह करीब दो साल से बाबा कॉलोनी में अपनी बाल काटने की दुकान चलाता था। विनोद की पत्नी संगीता अपने मकान के निचले हिस्से में ब्यूटी पार्लर चलाती हैं। इसके चलते साजिद का उनके घर आना जाना भी था।
मंगलवार रात संगीता तीन बच्चों आयुष (13), अहान (6) और पीयूष (8) के साथ घर पर थीं, जबकि विनोद लखीमपुर खीरी गए हुए थे। साजिद शाम चार बजे दुकान बंद करके चला गया था। इसके बाद वह वापस आया। उसने संगीता से पत्नी की डिलीवरी के लिए रुपयों की जरूरत बताकर पांच हजार रुपये मांगे।
इसके बाद वह आयुष और अहान को लेकर छत पर चला गया, जहां चाकू से ताबड़तोड़ प्रहार कर बच्चों की हत्या कर दी। भागते समय उसके हाथ में चाकू था। वारदात के तीन घंटे बाद पुलिस मुठभेड़ में वह मारा गया। पुलिस के मुताबिक उसने तमंचे से गोली चलाई थी। जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई।