Jammu and Kashmir Assembly Election 2024 Phase 3 Voting : जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए वोटिंग हो रही है। सात जिलों की 40 सीटों पर मतदान हो रहा है। 39 लाख से अधिक मतदाता वोट डालेंगे।
जम्मू-कश्मीर के आर.एस.पुरा में पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए जश्न मना रहे हैं। एक पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी ने कहा, हम जश्न मना रहे हैं क्योंकि हम पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी समुदाय के लोगों ने पहले कभी अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया है। यह प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हमें दिया गया उपहार है…”
पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी ने कहा कि 75 वर्षों के बाद हमें पहली बार जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में वोट देने का मौका मिल रहा है। मैं सरकार को धन्यवाद देता हूं और हम सभी जश्न मना रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में दोपहर तीन बजे तक 56.01% मतदान हुआ।
बांदीपुर-53.09%
बारामुल्ला-46.09%
जम्मू-56.74%
कठुआ-62.43%
कुपवाड़ा-52.98%
सांबा-63.24%
उधमपुर-64.43%
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने कहा कि हम नंबर गेम में नहीं पड़ते। लेकिन मुझे लगता है कि यह अच्छा होगा। हम सभी पार्टियों से समान दूरी पर हैं। पिछली बार भी गठबंधन में हमें दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इसलिए हम अपने दम पर हैं। हम अकेले ही चुनाव लड़ना चाहते हैं। अनुच्छेद 370 और 35ए पर वे कहते हैं कि हम भी बहाली के पक्ष में हैं। यह स्थानीय जनता और हमारी आवाज है।
उधमपुर जिले के मतदान केंद्रों पर CCTV कैमरों से निगरानी रखी जा रही है। डीसी कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में लाइव फीड देखी जा रही है। ताकि चुनाव के दौरान कोई गड़बड़ी न हो।
’75 वर्षों के बाद हमें पहली बार जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में वोट देने का मौका मिला’
एक पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थी ने कहा कि “75 वर्षों के बाद हमें पहली बार जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में वोट देने का मौका मिल रहा है… मैं सरकार को धन्यवाद देता हूं और हम सभी जश्न मना रहे हैं…”
पाकिस्तान से बात करने की कोई जरूरत नहीं : मीर जुनैद
कुपवाड़ा में जम्मू-कश्मीर वर्कर्स पार्टी के अध्यक्ष मीर जुनैद ने कहा कि बेशक, उनसे (पाकिस्तान से) तब तक बात करने की कोई जरूरत नहीं है जब तक वे आतंकवादियों को भेजना और समझदार लोगों को मारना बंद नहीं कर देते हैं। हमारे डॉक्टरों, इंजीनियरों को मारना बंद नहीं कर देते। ये सभी राजनीतिक दल लोगों को बेवकूफ बनाते रहे हैं। कल वे कहेंगे कि हम चीन से बात करना चाहते हैं। हम उनसे कैसे बात करेंगे? लोग चाहते हैं कि हम ऐसे देश से बात करें जो बात करने लायक हो। बातचीत उनसे होगी जो हमारे लोगों को बंदूकों से नहीं मार रहे हैं।