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देवभोग क्षेत्र में उड़ीसा देशी अवैध शराब की बिक्री जोरो पर

० किडनी ग्रस्त ग्राम सुपेबेड़ा भी चपेट में,आबकारी विभाग द्वारा मुख्यमंत्री के निर्देशो का पालन नही
जीवन एस. साहू
गरियाबंद।  प्रदेश के अंतिम छोर गरियाबंद जिले के देवभोग ब्लाक में उड़ीसा से बड़े पैमाने पर अवैध देशी पाऊच शराब की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है, इसमें आबकारी विभाग की संलिप्तता स्पष्ट है, विभाग गांव-गांव में अवैध शराब बिक्री पर रोक लगाने के बजाय गरीबों को परेशान किया जा रहा है और शराब कोचियाओं को संरक्षण दी जा रही है इससे विभाग के कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग गया है, क्षेत्र में लोगों को जहरीली शराब परोसकर, उनके जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है ।
बहेद भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक देवभोग ब्लाक के ग्राम कुम्हड़ईकला, कुम्हड़ईखुर्द, दहीगांव, सरगीबाहली, खुटगांव, नयागांव, घोघर, बड़े लाटापारा इत्यादि ग्रामों में आदतन शराब कोचियाओं द्वारा उड़ीसा में 25 रूपये की दर से मिलने वाली देशी पाऊच 40 रूपये की दर से गांव-गांव में खपाया जा रहा है, आबकारी विभाग की संरक्षण में अवैध शराब का कारोबार पिछले एक वर्ष से बदस्तूर जारी है, बतादें कि उड़ीसा से लाकर अवैध शराब खपाने वाले इन आदतन कोचियाओं पर सिर्फ खाना पूर्ति के लिए कायर्वाही की जाती है,उसके बाद ये फिर से सक्रिय हो जाते है,
किडनी ग्रस्त ग्राम सुपेबेड़ा चपेट में
यहां बताना लाजिमी होगा कि किडनी रोग ग्रस्त ग्राम ‘‘सुपेबेड़ा’’ जहां बीमारी के चलते हर वर्ष कई लोगों की अकाल मौत हो जाती है, इस गांव के लोगों को बीमारी से निजात दिलाने प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय संवेदनशील है, शासन की ओर से जरूरतमंद लोगो को स्वास्थ्य सुविधा दिला रही है और स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर करोड़ो खर्च कर रही है, फिर भी किडनी ग्रस्त ग्राम सुपेबेड़ा में अवैध शराब की बिक्री चरम पर है, आबकारी विभाग की चूप्पी समझ से परे है, यहां तो अवैध शराब पर पाबंदी लगाने मुख्यमंत्री के निर्देशों का भी पालन नहीं हो रहा है ।
बताया जाता है कि देवभोग ब्लाक के तेल नदी के उस पार बसे झाकरपारा संहित 36 ग्रामों में शराब दुकान नही होने से इसका भरपुर फायदा शराब कोचिया उठा रहे है, अंगद की तरह पाॅव जमा चुके जहरीली शराब बेचने वाले इन मौत के सौदागरों पर शख्ती से कार्यवाही करने की आवश्यकता है, विभाग यह जानते हुए भी मौन है ।
उड़ीसा पाऊच शराब और खजूर के सल्फी का प्रचलन
इन दिनों देवभोग ब्लाक के ग्रामीण ईलाके में बच्चों से लेकर बड़े उम्र के लोगों में शराब और सल्फी की लत लग गई है, इस नशे की लत से घर की महिलाए भी परेशान है, मौजूदा स्थिति में देवभोग ब्लाक में जहां उड़ीसा का देशी पाऊच शराब की बिक्री लगभग 100 घरों में खुले आम चल  रहा है, वहीं 50 से अधिक सल्फी सेंटर चल रहा है, क्षेत्र में सल्फी और देशी शराब के नाम पर लोगों को जहर परोसा जा रहा है बतातें है कि इसे युरिया खाद और नशीली दवाईयों के मिश्रण से तैयार किया जाता है जिसके चलते इसका सेवन करने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है, उड़ीसा के देशी शराब से लोगों को पेट दर्द और किडनी खराब होने की शिकायत मिल रही है, वहीं खजूर के पेड़ो से निकाली गई ‘‘खजूर रस’’ के नाम से बिकने वाली ‘‘सल्फी’’ की बिक्री क्षेत्र में काफी बढ़ गया है, देवभोग ब्लाक के ग्राम गिरसुल, बरकानी, सरगीबाहल, खुटगांव, दीवानमुड़ा, कुम्हड़ईकला संहित 50 से अधिक ग्रामों में आंध्रप्रदेश से आकर बसे लोग इस अवैध करोबार को चला रहे हैं, एक मग्गे खजूर रस 20 से 30 रूपये मिलने वाली सल्फी का खपत एक सल्फी सेंटर में हजार है ऐसे ही उड़ीसा, कालाहांड़ी के दशपुर से सप्लाई हो रहे डबल घोड़ा, मकड़ा, मछली और जेबरा छाप के नाम पर बिकने वाली देशी अवैध शराब (पाऊच) खुलेआम बिक रहे है । बतादे कि देवभोग क्षेत्र में व्यापक पैमाने पे उड़ीसा देशी पाऊच और देशी शराब की शिकायत बीते 30 सितम्बर 2024 को सीनापाली में आयोजित जन समस्या निवारण शिविर में कलेक्टर दीपक अग्रवाल से की गई है ।
पिछले 1 वर्ष में कितने मामले दर्ज किए और कितनी शराब जब्त हुई है इसको जानने के लिए आबकारी निरीक्षक नागेश राज श्रीवास्तव ने बताया कि 34ध्2के 17 मामले 1 साल में दर्ज किए है वही पिछले महीने 24 सितंबर को भी एक आरोपी की गिरफ्तारी कराई गई है , वही कार्यवाही जारी है , लेकिन देखने वाली बात है कि इतने बड़े जिले में जिसमे रोज अवैध देसी शराब बिक्री हो रही है उसमें 17 मामले सिर्फ खाना पूर्ति दिखाई दे रहा है।
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