गुरुग्राम। विद्युत मंत्रालय के तहत महारत्न सीपीएसयू और एक प्रमुख एनबीएफसी आरईसी लिमिटेड को कॉर्पोरेट गवर्नेंस में उत्कृष्टता के लिए गोल्डन पीकॉक अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार लंदन में आयोजित एक समारोह में गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स सचिवालय और इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा प्रदान किया गया।
गोल्डन पीकॉक अवार्ड कॉर्पोरेट प्रशासन के उच्चतम मानकों के प्रति आरईसी की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह पुरस्कार पारदर्शिता, जवाबदेही और नैतिक व्यावसायिक प्रथाओं के प्रति आरईसी के समर्पण को रेखांकित करती है, जो उद्योग में इसकी निरंतर सफलता और प्रतिष्ठा का अभिन्न अंग रहे हैं।
आरईसी ने विद्युत (वित्तीय सेवाएं) श्रेणी में पुरस्कार जीता है।
आरईसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री विवेक कुमार देवांगन ने इस मौके पर कहा, “कॉर्पोरेट प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए गोल्डन पीकॉक पुरस्कार प्राप्त करके हम अत्यंत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। यह सम्मान सुशासन के सिद्धांतों को बनाए रखने के हमारे निरंतर प्रयासों और हमारे हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आरईसी को पुरस्कार निर्णायक मंडल द्वारा विजेता घोषित किया गया, जिसका नेतृत्व भारत के 25वें मुख्य न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति एम. एन. वेंकटचलैया ने किया तथा निर्णायक मंडल के अन्य सदस्यों में भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति यू. यू. ललित, प्रोफेसर (न्यायाधीश) मर्विन ई. किंग एस.सी. तथा अन्य शामिल थे।
पुरस्कार समारोह में विभिन्न उद्योगों के प्रतिष्ठित नेताओं ने भाग लिया और टिकाऊ व्यावसायिक प्रथाओं को बढ़ावा देने में कॉर्पोरेट प्रशासन के महत्व पर प्रकाश डाला। पुरस्कार विजेताओं के विशिष्ट समूह में आरईसी की पहचान बिजली क्षेत्र में अग्रणी और कॉर्पोरेट प्रशासन के लिए एक आदर्श के रूप में इसकी स्थिति की पुष्टि करती है।