Close

अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत, गहरे चोट के निशान, शिकार की आशंका के बीच जांच शुरू

 

मुंगेली। छत्तीसगढ़ में एक बाघिन की मौत हो गई है। अचानकमार टाइगर रिजर्व में एक बाघिन का संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला है। इसकी जांच के दौरार मृत बाघिन की पहचान AKT -13 के रूप में किया गया है. जिसकी उम्र लगभग 4 साल बताई जा रही है. घटना की जानकारी एटीआर की एसटीपीएफ के सदस्यों से मिली है। बाघिन के शरीर में कई गहरे चोट के निशान हैं। नुकीली चीज से वार के निशान मिले हैं, जिससे बाघिन की शिकार की आशंका है। प्रदेश में अब बाघों की संख्या घटकर 19 हो गई है।

जानकारी के अनुसार 23 जनवरी की शाम वन परिक्षेत्र लमनी के ग्राम छिरहाट्टा बिरारपानी के बीच बेंदरा-खोंदरा के तरफ ग्रामीण पैदल जा रहे थे। इसी दौरान झाड़ के पास एक टाइगर को पड़ा हुआ देखा. उसे देखते ही ग्रामीणों के होश उड़ गए. लेकिन उसे बेसुध देख गांव वालों ने उसके पास जाकर देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। गांव वालों ने इसकी सूचना वन विभाग के कर्मचारियों तक पहुंचाने की कोशिश की. लेकिन दो दिन बाद बाघ का शव मिलने की सूचना पर वन अफसरों तक पहुंची।लमनी कोर परिक्षेत्र के छिरहट्टा के जंगल में एकेटी-13 मादा टाइगर का शव बरामद किया गया। शुक्रवार को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) प्रोटोकॉल के अनुसार मृत बाघिन का पोस्टमॉर्टम किया गया।

केवल 6 साल की थी बाघिन
अचानकमार टाइगर रिजर्व की बाघिन AKT-13 की उम्र लगभग 6 साल थी। इसकी मौजूदगी शुरू से ही लमनी क्षेत्र में थी। इससे बाहर वह कभी नहीं गई। बुधवार को लमनी रेंज के ग्राम चिरहट्‌टा के जंगल में उसकी मौत हो गई। ATR प्रबंधन का दावा है कि बाघ के साथ संघर्ष में बाघिन की मौत हुई है। शुक्रवार को वन विभाग के अधिकारियों ने टाइगर का पोस्टमॉर्टम कर अंतिम संस्कार कर दिया।

scroll to top